टीआरपी डेस्क
पंजाब में चुनावी गठबंधन पर हार का खासा असर पड़ा है। इसलिए अब पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए अकाली दल-भाजपा गठबंधन में ब्रेक की खबरें हैं। भाजपा ने राज्य कार्यकारी समिति की बैठक में घोषणा की है कि वे लोकसभा चुनाव 2024 में सभी 13 सीटों पर अपने बचाव के लिए चुनाव लड़ेंगे। प्रदेश में भाजपा के नेताओं ने यह भी कहा है कि 30 मई से एक महीने तक एक अभियान शुरू किया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य 9 साल की एनडीए सरकार की उपलब्धियों को प्रमोट करना है। लेकिन गठबंधन पर अकाली दल के साथ सीटों का बटवारा पर बीजेपी ने कोई टिपण्णी नहीं की है। बता दें कि पंजाब में कुल 13 लोकसभा सीटें हैं जिनपर दोनों दल आम सहमति से चुनाव लड़ते थे।
भाजपा अकेले लड़ेगी चुनाव
पार्टी ने मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए एक प्रस्ताव भी मंजूर किया है। बैठक के दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने अध्यक्षता की और कार्यकारी समिति ने हाल ही में हुए जालंधर उपचुनाव के परिणाम का विश्लेषण भी किया है। शर्मा ने घोषणा की है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सभी 13 लोकसभा सीटों पर अपने बल पर चुनाव लड़ेगी और किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
भाजपा का वोट बैंक बढ़ा
भाजपा ने पहली बार अपने दम पर चुनाव लड़ना शुरू किया था। यह 2019 में अकाली दल के साथ गठबंधन में थी। पार्टी ने जालंधर मध्य और जालंधर उत्तर विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की, साथ ही 15.2% वोट शेयर प्राप्त किया। भाजपा के संगरूर जिलाध्यक्ष रणदीप सिंह देओल ने बताया कि पिछली बार पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक 1993 में संगरूर में हुई थी, और फिर 1998 से 2020 तक पार्टी ने अकाली दल के साथ गठबंधन में भी शामिल हो गई थी।