पुणे। केंद्र में लगातार 8 साल से अधिक समय तक सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी की सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए तमाम विपक्षी पार्टी को जुट करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने विपक्षी एकता की कवायद तेज कर दी है। उन्होंने अब तक कई प्रमुख नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।

इसके साथ ही इस अभियान में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार भी तमाम विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं। बीच कौन बनेगा देश का प्रधानमंत्री इस बात को लेकर भी विपक्षी पार्टियों में चर्चा हो रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि वह प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल नहीं हैं और विपक्ष ऐसा नेतृत्व चाहता है जो देश की भलाई के लिए काम करे।

पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति राम तकावाले के निधन के सिलसिले में आयोजित शोक सभा के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मैं विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहा हूं। मैं प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में नहीं हूं क्योंकि मैं अगला (लोकसभा) चुनाव नहीं लड़ूंगा।

महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में शामिल कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के साथ सीटों के बंटवारे के बारे में उन्होंने कहा, “हाल ही में मेरे आवास पर एक बैठक हुई थी। महा विकास आघाड़ी के नेता इस पर फैसला करेंगे। उद्धव ठाकरे, सोनिया गांधी या कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और मैं बैठक कर इसके बारे में चर्चा करेंगे।

महाराष्ट्र में कई नागरिक निकायों का कार्यकाल 2022 की शुरुआत में खत्म हो गया था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण चुनाव नहीं हुए। इसके अलावा, मई 2024 के आसपास लोकसभा चुनाव होने की संभावना है, जिसके कुछ समय बाद महाराष्ट्र में विधानभा चुनाव होंगे।