नई दिल्ली। दिल्ली सरकार और एलजी के बीच खींचतान की खबरें लगातार सुर्खियों में रहती है। दिल्ली में नौकरशाहों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार एलजी को दिए जाने के केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ बवाल मचा हुआ है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अब विपक्षी नेताओं के समर्थन के लिए प्रयास कर रहे हैं।

इसी सिलसिले में आज दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। वह 25 मई को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात करेंगे। केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन हासिल करने के लिए केजरीवाल विपक्षी नेताओं से मिलने के लिए देश भर के दौरे पर हैं। राष्ट्रीय राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर दिल्ली सरकार को शक्ति देने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के केंद्र ने उलट दिया था।  

केजरीवाल ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की, जिन्होंने आप सुप्रीमो को आश्वासन दिया कि तृणमूल कांग्रेस एनडीए सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध करेगी। ममता ने कहा कि टीएमसी दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश का विरोध करेगी। यह सरकार ‘एजेंसी की, एजेंसी द्वारा और एजेंसी के लिए’ सरकार बन गई है। हमें डर है कि केंद्र सरकार संविधान को बदल सकती है, वे इसका नाम बदल सकते हैं।