
टीआरपी डेस्क
रायपुर। पखांजूर के परलकोट में डैम में एक फ़ूड इन्स्पेक्टर के मोबाइल गिरने के बाद उसे हासिल करने की जो बेजा कवायद की गई उसमे एक नहीं दो विभागों के अधिकारीयों की भूमिका सामने आई है। फ़ूड इन्स्पेक्टर राजेश विश्वास को मोबाइल जितना महंगा नहीं था उससे कहीं ज्यादा जरुरी उस मोबाइल का गोपनीय डेटा अहम् माना जा रहा है।अपने खाद्य निरीक्षक दोस्त के लिए सिंचाई विभाग के SDO आरसी. धीवर ने पूरी ताकत लगा दिया था।
डेम का करीब 21 लाख पानी बंजर जमीन में फेंकवाने का गंभीर अपराध करने वाले दोनों ही सरकारी अधिकारीयों में से एक को सस्पेंड तो दूसरे को सिर्फ नोटिस जारी किया गया है। देखा जाये तो बड़ी लापरवाही SDO धीवर ने की है जिन्होंने महकमे का दो 35-35 HP का मोटर पंप, स्टाफ और ग्रामीणों के अलावा भरी गर्मी में मवेशियों का लाखों लीटर पानी बर्बाद किया है।
बताते हैं कि अपने अफसर दोस्त का मोबाइल निकालने 21 लाख लीटर पानी बहाने वाले SDO ने जो पंप लगाकर 4 दिनों तक पानी बंजर जमीन में खाली करवाया उससे डेढ़ हजार एकड़ खेती रकबे की सिंचाई की जा सकती थी। जानकारी के मुताबिक स्केल वाय में गर्मी में भी 10 फीट से अधिक पानी रहता है। यहां आसपास के जानवर भी आते हैं। पानी खाली होने से नाराज ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन में जानवरों को भी पानी नहीं मिलेगा। ऐसे में सिर्फ एक नहीं इस गंभीर अपराध के लिए दो महकमे को सख्त कार्रवाई कर नजीर पेश किया जाना था।
अब नौकरी बचाने झूठ बोल रहे SDO धीवर
इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी आरसी धीवर का कहना है कि नियमानुसार 5 फीट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दी गई थी, लेकिन 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को पंप चालू किया, जो गुरुवार तक चौबीस घंटे तक चला। स्केल वायर में 10 फीट पानी भरा था, जो 4 फीट पर आ गया। SDO धीवर का यह भी कहना है क़ि उन्हें फ़ूड इन्स्पेक्टर विश्वास ने धोखे में रखा और यह सब हुआ।