कांकेर : छत्तीसगढ़ के कांकेर में जलाशय से पानी खाली करवाने वाले फ़ूड इंस्पेक्टर को अनुमति देने वाले एसडीओ पर कार्यवाही की तलवार लटक गई है। बता दें की इस मामले में प्रशासन की ओर से SDO को शो कॉज नोटिस भेजा गया था। जिसके बाद अब SDO राजेश विश्वास ने इस पुरे मामले में जवाब देते हुए पल्ला झाड़ लिया है। SDO ने जवाब में कहा है कि उन्होंने पानी निकालने की अनुमति नहीं दी थी। उन्हें जलाशय से पानी खाली करने जानकारी भी नहीं थी। जवाब संतोषप्रद नहीं होने के कारण कलेक्टर ने अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है। वही जलाशय से लाखो लीटर पानी बहाने वाले फ़ूड इंस्पेक्टर पर आर्थिक जुर्माना ला सकता है। और जल संसाधन विभाग का फैसला है की, अपराध दर्ज हुआ तो 5 साल की जेल भी हो सकता है।

कलेक्टर प्रियंका शुक्ला द्वारा पत्र में कहा गया है कि एसडीओ पखांजूर द्वारा परलकोट जलाशय पखांजूर से लगातार 4 दिनों तक मोटर पंप से पानी निकालने के बावजूद सूचना प्राप्त नहीं होना तथा 4 दिन बाद सूचना प्राप्त होने के बावजूद उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया जाना दर्शाता है कि क्षेत्र में उनके द्वारा जलाशयों का नियमित पर्यवेक्षण नहीं किया जा रहा है। जो उनके पदीय दायित्वों के निर्वहन के प्रति उनकी लापरवाही व उदासीनता को दर्शाता है।
अनुविभागीय अधिकारी की ओर से दिया गया जवाब-

क्या था पूरा मामला
कांकेर जिले में पखांजूर के सबसे बड़े खेरकट्टा परलकोट जलाशय के ओवरफ्लो पानी टैंक में फूड ऑफिसर का एक महंगा फोन करीब 10 से 15 फीट गहरा पानी में गिर गया था। पानी में गिरे फोन को निकालने के लिए 3-4 दिनों तक पंप लगाकर पानी को खाली किया गया। तब जाकर अफसर का मोबाइस निकाला गया। मामला मीडिया में आते ही कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने कार्रवाई करते हुए खाद्य निरीक्षक राजेश विश्वास तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जल संसाधान विभाग के एसडीओ आरएल धीवर को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था।