रायपुर : बीते मंगलवार (6 जून) को रायपुर स्थित मोवा के पॉश रेसिडेंशियल सोसायटी पाम बेलाजियो की 8 वीं मंजिल से गिरकर एक युवती की मौत हो गई। युवती का नाम भोलेश्वरी बघेल है, भोलेश्वरी रोज की तरह अपने काम पर गई लेकिन वापस घर नहीं लौट पाई। युवती मंगलवार को आठवीं मंजिल में रहने वाले कारोबारी सिद्धार्थ सिसोदिया के घर काम कर रही थी। इस बीच संदिग्ध रूप से वह उनके घर की बालकनी से नीचे गिरी। इससे उसकी मौत हो गई। जिस स्थल से महिला को गिरना बताया जा रहा है, वहां की बाउंड्री 4 फीट से अधिक है। इस कारण पैर फिसलने या किसी अन्य चीज… से टकराकर गिरने की संभावना नहीं है। भोलेश्वरी की मौत पर पुलिस प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो है। की आखिर भोलेश्वरी 8 वीं मंजिल से गिरी है तो कैसे गिरी? क्योंकि जहां पर भोलेश्वरी गिरी वहां सभी निशान और सबूतों को मिटा दिया गया है?

जानकारी के अनुसार भोलेश्वरी करीब डेढ़-दो माह पहले कारोबारी सिद्धार्थ सिसोदिया के घर की साफ-सफाई के काम में लगी थी। जिसके बाद 6 जून को सिद्धार्थ सिसोदिया के घर से गिर कर युवती की मौत हो गई। सभी के मन में सवाल उठ रहे है की आखिर भुलेश्वरी के साथ ऐसा क्या हुआ कि उसकी दर्दनाक मौत हो गई। राजधानी रायपुर के पॉश रेसिडेंशियल सोसायटी पाम बेलाजियो की आठवीं मंजिल से गिरकर रहस्य्मय मौत का जवाब तो फिलहाल पुलिस को नहीं मिला है। अब पीएम रिपोर्ट, पुलिस फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट का इंतजार है।

लेकिन जांच के दौरान भोली से जुड़े परिचितों, कारोबारी सिद्धार्थ सिसोदिया के परिवार के बयान, मौका-ऐ-वारदात के मुआयना करने के बाद पुलिस इस रहस्य्मय हादसे का राज़फाश करने के करीब है। जांच में जुटी रायपुर पुलिस, क्राइम एंड सायबर यूनिट के एक्सपर्ट 3 तकनीकी मामलों का जवाब तलाशने के बाद ही पुख्ता तौर पर खुलासा करेंगे। फ़िलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट, भोली के पति और सिद्धार्थ सिसोदिया परिवार के अलावा पुराने और हाल ही में लगे नौकरों से पतासाजी में लगी है। जांच अधिकारीयों क्राइम एंड सायबर ASP अभिषेक माहेश्वरी और CSP मनोज ध्रुव अपने अपने स्तर पर टीम के साथ घटनाक्रम के तीन पहलुओं हादसा, हत्या या हताशा इससे पर्दा उठाने के करीब है।

एक सप्ताह में होगा खुलासा
राजधानी पुलिस की चार टीमें इस केस में जुटी हुई हैं। इनमे उच्चाधिकारी जांच टीमों को कमांड कर रहे हैं। सिसोदिया परिवार, मृतका भोली के परिजनों, सिसोदिया परिवार और सोसायटी में काम करने वाले पूर्व व वर्तमान नौकरों से बिंदुवार सवाल-जवाब करने वाली टीम है। इसी तरह तकनीकी टीम मृतका भोली के अलावा अन्य संदिग्धों का डिवाइस, मोबाइल और घटना स्थल की फॉरेंसिक जांच में एक्सपर्ट टीम जुटी है। मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी पूरी जांच का दारोमदार है।

भोली, कूदी या फिर फेंकी गई ?
पुलिस के दिमाग में घटना स्थल, मृतका की बॉडी जिस परिस्थित में मिली और कारोबारी के घर की ऊंचाई को लेकर थ्योरी नहीं जम रही। क्योंकि मृतका भोली की कद-काठी औसतन 5 फुट 2 इंच के करीब है और जहां से उसका गिरना बता जा रहा उस जगह की सुरक्षा दिवार 4 फिट है। ऐसे में भोली को खुदकुशी या सफाई करना होता तो उसे टेबल या कुर्सी लगा कर चढ़ना पड़ता। ऐसा कोई भी साबुत वहां मिला नहीं। फिर कूदने या गिरने की ऊंचाई से डेड बॉडी पाए जाने की दुरी भी जांच का अहम् बिंदु है। पुलिस के मुताबिक मुंह के बल घटना स्थल पर शव मिला और उस जगह खून उतना नहीं था ऐसे में बॉडी वहां लगे कूलिंग सिस्टम के दर से या किसी चीज से टकराकर दूर जा गिरी। इसलिए इसे हादसा, हत्या और हताशा में हुई वारदात का पता करने में जुटे हैं सब।

मृतका के परिजनों ने किया थाने का घेराव
मृतका भुलेश्वरी की मौत के समस्त गाड़ा समाज एवं सुराज जनकल्याण सोसायटी ने मोवा थाने का घेराव किया था। उनका आरोप है कि पुलिस ने मामले की सही ढंग से जांच शुरू नहीं की थी। मृतका के परिजन हत्या होने का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ CBI जांच की मांग कर रहे हैं। सभी लोगों ने नारे लिखे तख्ती लेकर सभी पंडरी थाना पहुंचे। न्याय की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाया और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद लोग शांत हुए। प्रदर्शनकारी करीब डेढ़ घंटे तक थाने के सामने नारेबाजी करते रहे। इसमें भाजपा नेता और कार्यकर्ता भी शामिल थे।

सुलगते सवाल

-क्या मौत के पीछे सिसोदिया परिवार है ?
-क्या भुलेश्वरी का उसके पति से रिश्ता ठीक नहीं था ?
-आर्थिक और पारिवारिक स्थिति तो नहीं बनी मौत की वजह ?
-क्या सिसोदिया परिवार में नौकरों से होता था शोषण ?
-आखिकार क्यों उनके घर पर नहीं टिकते थे कोई नौकर ?
-बिना किसी सहारे के दिवार में कैसे चढ़ गई थी भोली ?
-जिस जगह से गिरी और जितनी दूर उसकी बॉडी मिली वो संदेहास्पद ?