दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के नक्सलगढ़ बस्तर में स्थित दंतेवाड़ा में पुलिस ने तीन नक्सल सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने नक्सल सामग्री समेत नकदी बरामद की है। बताया जा रहा है कि, नक्सलियों के दिए हुए पैसों से ये तीनों बाइक और बाकी सामान खरीदकर माओवादियों को पहुंचाने का काम करते थे। मामला गीदम थाना क्षेत्र का है।

मिली जानकारी के अनुसार, नक्सली मल्लेश ने उनके सहयोगी को दंतेवाड़ा गीदम भेजकर एक नई मोटर साइकिल और कई तरह के सामान खरीदकर लाने के लिए कहा था। 10 जून तक ये सारा सामान नक्सलियों तक पहुंचाया जाना था। मगर इससे पहले ही गीदम पुलिस को मुखबिर से माओवादियों को सामान पहुंचाने की सूचना मिल गई। इस पर पुलिस ने नेशनल हाईवे में चेकिंग कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान गीदम-बीजापुर रोड पर एक काले रंग की बिना नम्बर की बाइक में तीन लोग सफेद बोरे में सामान लेकर बीजापुर की ओर जा रहे थे। जब इन्हें पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो यह लोग भागते हुए नजर आए। इसी बीच पुलिस ने घेराबंदी कर इन तीनों को पकड़ लिया।

तीनों नक्सल सहयोगियों से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम विकेश उर्फ विक्की गोयल, बलराम तामों और सुमित दीक्षित उर्फ छोटू भैरमगढ़, गीदम का रहने वाला बताया। तीनों के पास से हीरो स्प्लेण्डर प्लस में रखे सामानों की चेकिंग करने पर बोरे के अंदर नक्सल सामग्री मिली थी। मौके पर तीनों संदिग्धों की तलाशी लिए जाने पर विक्की गोयल के पास एक सफेद झिल्ली के अंदर एक नक्सलियों का भेजा हुआ पत्र मिला था। इसमें सामान खरीदने के लिए दो लाख रुपए भेजने समेत बाकी बातें लिखी गई है। वहीं 2000-2000 रुपए के 50 नोट और चिल्हर मिलाकर एक लाख आठ सौ साठ रुपए नकदी भी मिला है। फिलहाल पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।