नई दिल्ली : पिछले महीने खुद को दिवालिया घोषित करने वाली बजट एयरलाइंस गो फर्स्ट इसी महीने अपनी सर्विस फिर शुरू कर सकती है। गो फर्स्ट एयरलाइंस ने उम्मीद जताई है कि जून महीने के अंत तक वह परिचालन में लौट आएगी। बता दें कि इससे पहले एयरलाइंस डीजीसीए को 22 विमानों के साथ हवाई सेवा शुरू करने को लेकर विस्तृत रिपोर्ट सौंप चुकी है। कंपनी की ओर से संकेत दिए गए हैं कि वह अपनी 90 प्रतिशत से ज्यादा शेड्यूल फ्लाइट्स को महीने के आखिर तक दोबारा चालू कर देगी।

गो एयरलाइंस इंडिया लिमिटेड ने मई के पहले सप्ताह में दिवालियापन संरक्षण के लिए एनसीएलटी में याचिका दायर की थी। रिपोर्ट के अनुसार एयरलाइंस ने महीने के अंत तक परिचालन फिर से शुरू करने और अपनी दैनिक उड़ानों का 94 फीसदी बहाल करने की उम्मीद जताई है। विमानन नियामक डीजीसीए को सौंपी गई रिवाइवल रिपोर्ट में एयरलाइन ने कहा कि वह 157 दैनिक उड़ानों को घरेलू स्तर पर संचालित कर सकती है।

इसी हफ्ते मंजूर हो सकता है प्लान
डीजीसीए गो फर्स्ट के रिवाइवल प्लान को इसी हफ्ते मंजूरी दे सकता है। सूत्रों का कहना है कि प्लान को मंजूरी मिलने के बाद कंपनी अगले दो हफ्ते के अंदर अपनी फ्लाइट सर्विस को शुरू कर सकती है।

पिछले महीने गो फर्स्ट ने 3 मई को अपनी फ्लाइट्स को बंद कर दिया था। प्रैट एंड व्हिटनी के खराब इंजन की वजह कंपनी के 50 प्रतिशत से ज्यादा विमान उड़ान भरने के काबिल ही नहीं थे। ऐसे में कंपनी के लिए अपने रोजमर्रा के खर्चे चलाना मुश्किल हो गया था।

जब कंपनी को लगा कि विमानों के पेमेंट डिफॉल्ट के चलते वह दिवालिया हो सकती है, या उसके खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू की जा सकती है, तब कंपनी ने खुद ही एनसीएलटी का रुख किया और उसके खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने से कुछ मोहलत देने के लिए कहा। एनसीएलटी से कंपनी की ये मुराद पूरी भी हो गई थी।

गो फर्स्ट बंद होने से बाजार में हुई उठापटक
गो फर्स्ट घरेलू एविएशन मार्केट में 6.4 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखती है। कंपनी की फ्लाइट्स बंद होने से हवाई यात्रा के दाम में बढ़ोतरी देखी गई। वहीं लोगों को अपनी ट्रैवल प्लानिंग दोबारा करनी पड़ीं।

अब गो फर्स्ट के रिवाइवल प्लान के मुताबिक उसके पास उड़ान भरने लायक 3 विमान अब भी मौजूद हैं। वहीं इनसे रोजाना 157 फ्लाइट्स ऑपरेट करने के लिए कंपनी के पास अब भी 500 से ज्यादा पायलट हैं।