विशेष संवादाता
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी कुमारी सैलजा ने पीसीसी चीफ का आदेश क्या पलटा प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है। प्रदेश कांग्रेस में नियुक्तियों को लेकर उपजे विवाद के बाद प्रदेश प्रभारी सैलजा और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के बीच ठन गई है। इसका नतीजा यह रहा कि कुमारी सैलजा को एयरपोर्ट में मिडिया ने सवाल के लिए घेर लिया था, लेकिन वो मिडिया को अनसुना करती हुईं मानों बचकर निकल गईं।
कांग्रेस पार्टी के इस मामले पर बीजेपी की सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने कुमारी सैलजा और मोहन मरकाम के साथ साथ कांग्रेस पार्टी पर तंज कैसा है। रेणुका सिंह का कहना है कि जिस पार्टी में अनुशासन नहीं होता,वहां झगड़े होते है। कोई बड़ा कार्यक्रम होता है तो जूते-चप्पल तक चल जाते हैं और मारपीट की स्थिति आ जाती है।
इधर कांग्रेस संगठन में नियुक्तियों को लेकर चल रहे इस विवाद को लेकर एयरपोर्ट में जब कुमारी सैलजा से सवाल करने की कोशिश की गई तो वे सवालों से बचकर निकल गयीं। सैलजा ने रापुर में दो दिनों तक बैठकें ले रही थी।
‘आप’ का दावा कांग्रेसी उनके टच में
आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि कांग्रेस के इस विवाद के पहले और बाद में कई कांग्रेसी हमारे टच में हैं। दोनों ही बड़ी पार्टी के नाराज़ नेता आप में आना चाहते हैं। कांग्रेसी विधायक आप पार्टी में आने बेक़रार हैं और जुलाई में बड़े कांग्रेस नेता आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे। यह बड़ा दवा और बयान आम आदमी पार्टी के सहप्रभारी हरदीप मुडिया का है, उन्होंने कहा वो हमारे संपर्क में हैं। हरदीप मुंडिया ने दावा किया है कि कांग्रेस में 20 से अधिक विधायक जिनमें कुछ मंत्री भी शामिल हैं, अपनी पार्टी से खफा हैं।