बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक कांग्रेस नेता की दबंगई का मामला सामने आया है। यहां जमीन को लेकर युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष शेरू असलम और एक किसान के बीच जमकर विवाद हो गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने किसान को उठाकर ले जाने और जान से मारने की धमकी दी है। इसके साथ ही जमीन को छोड़ने के लिए दबाव बनाया है। इसके बाद पीड़ित किसान ने कलेक्टर सौरव कुमार से मामले की शिकायत की है और जान से मारने का आरोप भी लगाया है। किसान ने युवा कांग्रेसी नेता पर कार्रवाई करने की मांग की है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।

मोपका निवासी पीड़ित किसान उमेंद्र राम साहू के अनुसार, उसे जान से मारने की धमकी दी गई है। किसान का कहना है, उसकी कृषि भूमि है। उस जमीन के मेड़ को काटकर शेरू असलम और उसके साथियों ने समतल करा दिया है। दो अलग-अलग खसरे की जमीन को अपना होने का दावा कर रहे हैं। इसकी शिकायत पुलिस से की है। लेकिन,अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बताकर धौंस दिखाते हुए धमकाया
पीड़ित ने बताया कि, किसान उमेंद्र राम के विरोध करने पर शेरू असलम अपने आप को कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बताकर धौंस दिखाते हुए धमकाना शुरू कर दिया। जब पीड़ित किसान ने उससे जमीन की रजिस्ट्री पेपर दिखाने को कहा, तब शेरू असलम ने उससे जमीन के दस्तावेज मांगा और बोला कि मैं अपना पेपर नहीं दिखाऊंगा, तुम्हें जो करना है, जहां जाना है जाओ, आखिरी में घूम फिर कर मेरे पास आओगे। मेरी ऊपर तक पहुंच है, अगर मेरे से पंगा लोगे तो तुम को जान से मरवा दूंगा।

पहले भी जमीनी को लेकर विवाद कर चूका शेरू असलम
उमेंद्र राम साहू ने बताया, गुरुवार को 3.30 बजे वह अपने खेत में खंभा लगाने गया था। उसी समय शेरू असलम अपने साथियों के साथ आया। उसने धमकाते हुए कहा, मेरी जमीन पर तुम लोग खंभा कैसे लगा रहे हो, आसपास की पूरी जमीन मेरी है। वहीं इस घटना का किसान ने वीडियो भी बनाया है। बताया जा रहा है कि शेरू असलम पर जमीनी विवाद को लेकर और भी शिकायतें दर्ज है। इससे पहले सिविल लाइन थाने में निजी जमीन पर कब्जा करके बाउंड्रीवाल तोड़ने की शिकायत है। शेरू असलम पर आरोप है कि वह निजी जमीन पर कब्जा करके गुंडागर्दी करता है।

दहशत में किसान
कांग्रेस नेता के दबंगई और जान से मारने की धमकी देने के कारण किसान उमेंद राम और उसका परिवार दहशत में है। किसान का कहना है कि जमीन हमारी है। राजस्व रिकार्ड संबंधित समस्त दस्तावेज हमारे नाम पर हैं। इसके बावजूद कांग्रेसी नेता की ओर से जबरन जमीन को खरीदने की बात करते हुए बेजा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कलेक्टर और पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।