दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शिवनाथ, आमनेर और सागनी नदी के संगम पर स्थित सगनी घाट पर 16 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा पुल बह गया। निर्माणाधीन पुल के नदी में बह जाने का नजारा एक स्थानीय व्यक्ति के मोबाइल कैमरे में कैद हो गया। उस व्यक्ति का कहना है कि इलाके में पिछले 4 दिन से बारिश हो रही थी। वह घाट पर नदी का जलस्तर देखने गया था और तभी वहां सिल्ली और ननकट्टी गांव को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा पुल ढह गया और बहने लगा। अधिकारियों ने उक्त वीडियो पर कहा कि अभी पुल में केवल स्टेजिंग और शटरिंग का काम किया गया था। उसमें कंक्रीट नहीं डला था। अधिकारी ने बताया कि ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

सगनी घाट पर 16 करोड़ की लागत से बन रहा था पुल

मिली जानकारी के 16 करोड़ रुपये की लागत से दुर्ग जिले के सगनी घाट पर बन रहे पुल का निर्माण कार्य 11 नवंबर 2020 को शुरू हुआ था और इसे 11 अप्रैल 2022 तक पूरा हो जाना चाहिए था। इसका मतलब है कि पुल निर्माण पहले ही डेडलाइन की सीमा को 1 साल पार कर चुका है। जो वीडियो सामने आया है उसमें साफ देखा जा सकता है कि पहले तो निर्माणाधीन पुल ढहकर मलबे में तब्दील हो जाता है और फिर नदी में बह जाता है। घाट पर इस दौरान काफी संख्या में स्थानीय लोग भी खड़े दिखाई दे रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि दुर्ग जिले में पिछले 4 दिन से लगातार बारिश हो रही है। मोगरा जलाशय से 24,000 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया है। अधिकारियों का तर्क है कि इस अचानक आए पानी का प्रवाह पुल का ढांचा नहीं सह सका और बह गया।

जिले में पुल विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर डीके माहेश्वरी ने बताया कि ठेकेदार को मानसून से पहले काम पूरा करने को कहा गया था लेकिन वह ऐसा करने में सफल नहीं रहा। उन्होंने कहा कि सभी ठेकेदारों को विभाग की ओर से स्पष्ट निर्देश है कि यह जरूरी काम मानसून से पहले निपटा लिए जाएं लेकिन इसकी अनदेखी की गई। यही वजह है कि जब पानी का प्रवाह आया तो संरचना बह गई। उन्होंने कहा कि फिलहाल उसमें केवल स्टेजिंग और शटरिंग का काम किया गया था। उसमें कंक्रीट नहीं डाली गई थी। उन्होंने कहा कि 12 लाख रुपये का नुकसान हुआ है जिसका वहन ठेकेदार करेगा। उसे कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।

गौरतलब है कि बिहार में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी जहां खगड़िया जिले में गंगा नदी पर 1,700 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा निर्माणाधीन पुल ढह गया। वहीं, पिछले शनिवार को किशनगंज में भी निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह गया।