रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर सियासत जारी है। राजधानी रायपुर में रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने प्रेसवार्ता ली। इस दौरान भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कांग्रेस सरकार की ओर से प्रधानमंत्री पर लगाए आरोप पर श्वेत पत्र की मांग की है। श्री चौधरी ने कहा कि, सरकार श्वेत पत्र जारी करके बताए कि धान खरीदा तो कहा बेचा? छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी केंद्र सरकार के सहयोग से संभव हो रहा। भाजपा ने दावा किया कि पिछले 2 सालों में 80% धान की खरीदी केंद्र सरकार ने किया। 3 चौथाई पेमेंट केंद्र ने किया। 92 लाख मीट्रिक टन धान से बनने वाला चावल केंद्र के कोटे से लिया गया है।

साथ ही भाजपा ने धान खरीदी से संबंधित आंकड़ें जारी किए हैं। ओपी चौधरी ने कहा कि, कृषि मंत्री की भी उम्र के साथ याददाश्त कम हो गई है। 2021–22 में कुल धान खरीदी लगभग 48 लाख मैट्रिक टन लिया जा रहा था। राज्य सरकार को चुनौती देते हैं कि इस पर रिसर्च कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी नरेंद्र मोदी सरकार के कारण हो पा रही है। ओपी चौधरी ने कृषि मंत्री की ओर से धान के जारी किए आंकड़े को गलत बताते हुए कहा कि, एमएसपी बढ़ती गई। मोदी जी लगातार एमएसपी बढ़ाते जा रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि से प्रदेश के 18,22,699 किसान वंचित हैं। उन्होंने कहा कि, धान खरीदी को लेकर सरकार ने झूठ बोला है, इस पर कानूनी विकल्प पर भी विचार करेंगे। धान केंद्र की सरकार नहीं खरीदती, यह बात झूठ है। वहीं पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने भी धान खरीदी को लेकर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है।