रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर सियासत गर्म है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के धान खरादी वाले बयान पर भाजपा सांसद सुनील सोनी ने पलटवार किया है। उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि, बीजेपी श्रेय नहीं ले रही है। प्रधानमंत्री ने सभी राज्य के साथ एक नीति अपनाया है। यहां कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद 64 लाख मीट्रिक टन चावल का एक-एक दाना खरीदा। उसी का परिणाम है, मुख्यमंत्री बढ़ चढ़कर बात कर रहे हैं।
सुनील सोनी ने कहा कि चुनाव के कगार पर खड़े हैं तो 3 महीने पहले आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। साढ़े 4 साल तक धान की नीति को बदलने का काम नहीं किया। भाजपा ने दो बार एमएसपी बढ़ाया। 2,183 रुपए एमएसपी हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 लाख मीट्रिक टन से कम धान खरीदते तो सड़क पर कपड़े फाड़ना चालू कर देते हैं, लेकिन पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के किसानों का ध्यान रखकर चावल खरीदा।
सांसद सोनी ने स्वामी आत्मानंन्द स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर कहा कि, आत्मानंद स्कूल का विरोधी नहीं हूं, लेकिन ना सरकार के पास न शिक्षक हैं, ना स्कूल हैं न कमरे हैं ना व्यवस्थित वातावरण है। सरकार ने विज्ञापन जारी किया है कि अंग्रेजी माध्यम में पीएचडी की हो तो शिक्षक बनाएंगे। उन्होंने कहा कि, अंग्रेजी का ज्ञानी आदमी भी नहीं पढ़ा पाएगा, जब तक 2 से 3 साल का अनुभव न हो, जब तक इन बातों पर ध्यान नहीं देगा सब बर्बाद हो जाएगा। स्टूडेंट्स का जीवन बर्बाद कर रहे हैं, जो विधायक डिमांड करता है, तो स्कूल खोल देते हैं, पर आपके पास है क्या? ये इस काल का सबसे बड़ा अपराध है।