नई दिल्ली : देश के प्रमुख इंडस्ट्रियल घरानों में से एक टाटा ग्रुप ने नमक, सुई, प्लेन के बाद अब बेंगलुरु में एपल के आईफोन बनाना शुरू कर दिया है। इसी बीच सूत्रों से खबर आ रही है की भारत का सबसे बड़ा समूह, टाटा समूह, अगस्त में जल्द ही ऐप्पल इंक आपूर्तिकर्ता के कारखाने का अधिग्रहण करने के लिए समझौते के बेहद करीब है। बताया जा रहा है की अगस्त तक डील पूरी हो सकती है। यह पहली बार होगा कि कोई स्थानीय कंपनी आईफ़ोन की असेंबली में कदम रखेगी।

देश से दिग्गज बिजनेसमैन रतन टाटा की टाटा ग्रुप जल्दी ही कंपनी मोबाइल फोन बनाने के काम में एंट्री करने वाली है। टाटा ग्रुप जल्द ही आईफोन बनाने का काम शुरू कर सकती है। कंपनी की एपल सप्लायर विस्ट्रॉन कॉर्प से बात चल रही है। जल्द ही दोनों के बीच डील हो सकती है। अगर डील फाइनल होती है तो टाटा ग्रुप आईफोन बनाने वाली देश की पहली कंपनी बन जाएगी।

बता दें, iPhone बनाने वाली कंपनी विस्ट्रॉन का प्लांट कर्नाटक में है। डील होने के बाद टाटा कर्नाटक के प्लांट को टेकओवर कर सकती है। टाटा के इस कदम से चीन को कड़ी टक्कर मिलेगी।

जानकारी के अनुसार Apple ने भारत में iPhone 15 वर्जन के फोन बनाने के लिए Tata Group के साथ पार्टनरशिप की थी। ऐपल की इस नई सीरीज के मेक इन इंडिया फोन जल्द ही लॉन्च किया जा सकता है। इससे पहले फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और लक्सशेयर जैसी कंपनियां भारत में आईफोन असेंबल करती रही हैं, लेकिन अब टाटा ग्रुप भी इस दौड़ में शामिल हो गया है।

टाटा ग्रुप इंडिया में एपल के आईफोन बनाने वाली चौथी कंपनी है। Tata Group ने Wistron की भारतीय प्रोडक्शन लाइन का अधिग्रहण पूरा कर लिया है, जहां iPhone 15 वर्जन के फोन को असेंबल किया जाएगा। टाटा ग्रुप ने कंपनी की प्रोडक्ट लाइन का अधिग्रहण कर लिया है, इसलिए यह भारत में iPhone निर्माण के लिए नया कॉन्ट्रैक्ट पार्टनर बन जाएगा। ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन का बेंगलुरु के बाहर नरसापुरा में प्लांट है।