भोपाल : मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों के मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक और चीते की शुक्रवार को मौत हो गई है। बताया गया है कि अब तक कूनो में 3 शावकों मर चुके हैं, जबकि 5 चीते दम तोड़ चुके हैं। कुल मिलाकर 8 चीतों की मौत हुई है। इससे पहले सोमवार को चीता ‘दक्ष’ ने दम तोड़ दिया था। वहीं, पहली मौत नामीबियाई चीते की हुई थी, जोकि इस साल 27 मार्च को किडनी से जुड़ी समस्याओं के कारण मर गया था।

पिछले कई महीनों से कुनो में अधिक चीता रखने को सवाल खड़े किए जा रहे है। नेशनल पार्क का क्षेत्र 748 वर्ग किमी है। हालांकि क्षेत्र की क्षमता का टेस्ट करने के बाद फैसला किया गया था कि पांच और चीतों को जंगल में छोड़ा जाएगा, जिसका परमिट मिल गया था। इनमें तीन मादा और दो नर चीते थे।

17 सितंबर 2022 को पीएम मोदी ने चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। मगर एक के बाद एक चीता की मौत लगातार होती चली गई। हाल ही में हुए विधानसभा सत्र में वन मंत्री विजय शाह ने इस बात की जानकारी दी है की अब तक चीता प्रोजेक्ट में कुल 32 करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं।