बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित सरकंडा के चांटीडीह में डायरिया फैल गया है। देखते ही देखते 40 लोग उल्टी, दस्त का शिकार हो गए। वहीं, एक 65 वर्षीय महिला की मौत हो गई है, जबकि 6 की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को इसकी खबर लगी, विभाग ने टीम भेजकर 52 मकानों का सर्वे कराया और पानी के सैंपल की जांच की। शुरूआती जांच में दूषित पानी पीने से लोगों के बीमार होने की बात सामने आई है। डायरिया फैलने की खबर मिलते ही रात में शहर विधायक शैलेष पांडेय बीमार लोगों का हाल जानने अस्पताल पहुंच गए।

बताया जा रहा है कि, शुक्रवार को चांटीडीह इलाके में एक के बाद एक बच्चों से लेकर बड़े बीमार होने लगे और उन्होंने उल्टी-दस्त होने की शिकायत की। मोहल्ले के लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही उनकी हालत बिगड़ने लगी। कई लोगों को प्राइवेट तो कुछ को निजी अस्पताल ले जाया गया। इसकी जानकारी वार्ड के लोगों ने पार्षद सहित स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को दी। शाम होते तक मोहल्ले में डायरिया फैलने की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई। सीएमएचओ डॉ. राजेश शुक्ला भी पहुंचे। मोहल्ले में तकरीबन 52 घरों में सर्वे किया और जांच के लिए पानी और भोजन का सैंपल लिया। जांच के दौरान डायरिया पीड़ित 17 से अधिक लोगों को सिम्स में भर्ती कराया गया। इससे पहले कई लोग खुद से अस्पताल पहुंच गए थे। इलाज के दौरान चांटीडीह निवासी 65 वर्षीय कमला मिश्रा पति हरि मिश्रा की सिम्स में मौत हो गई। 6 मरीजों की हालत गंभीर बताई गई, जिन्हें प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।

और भी मरीज मिलने की आशंका
मोहल्ले में जब एक के बाद एक कई लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत हुई, तब डायरिया फैलने की बात कही गई। वार्ड के लोगों की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सैंपल लिया। टीम की मोहल्ले में ड्यूटी लगाई गई है। बीमार लोगों को भी इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा गया है। मरीजों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। सर्वे में 52 घरों में 22 से ज्यादा मरीज मिले हैं। ज्यादातर मरीज तबीयत बिगड़ने की आशंका से अस्पताल पहुंच गए हैं। यहां जांच में और भी मरीज मिलने की आशंका है। ऐसे में आज स्वास्थ्य विभाग ने यहां मरीजों की जांच के लिए कैंप लगाने के निर्देश दिए हैं।

पाइप लाइन से सप्लाई होने वाला पानी गंदा
मिली जानकारी के अनुूसार, मोहल्ले में पाइप लाइन से सप्लाई होने वाला पानी गंदा है। सालों पुरानी पाइप लाइन में गंदगी है, जिसे बारिश से पहले दुरुस्त करना चाहिए था। कहा यह भी जा रहा है कि लोगों के घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है। नगर निगम ने इस ओर कभी भी ध्यान नहीं दिया। इसके कारण क्षेत्र में दूषित पानी आता है। दूसरी ओर क्षेत्र में सफाई का भी अभाव है। स्वास्थ्य विभाग की टीम अब यहां सर्वे के साथ ही अलग-अलग इलाकों से पानी का सैंपल लेकर जांच कराएगी।

विधायक ने अस्पताल पहुंच मरीजों का जाना हालचाल
वहीं, शहर के चांटीडीह इलाके में डायरिया फैलने की जानकारी मिलते ही विधायक शैलेष पांडेय सिम्स पहुंच गए। यहां उन्होंने मरीजों से बातचीत की। इसके साथ ही अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ से चर्चा कर मरीजों का बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए। इसके बाद विधायक पांडेय ने नगर निगम आयुक्त कुणाल दुदावत से भी चर्चा की, तब उन्होंने बताया कि टीम मौके पर गई थी।

स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात है : सीएमएचओ
सीएमएचओ डॉ. राजेश शुक्ला ने कहा कि, शहर में डायरिया फैलने की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट कर दिया गया है। टीम मौके पर पहुंच गई और घरों में सर्वे कराया जा रहा है। इसके साथ ही बीमार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। घर-घर सर्वे के साथ ही शनिवार को यहां स्वास्थ्य विभाग का कैंप लगाया जाएगा। ताकि, स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।