नई दिल्ली : देश कि राजधानी दिल्ली में यमुना का जल स्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। रविवार को जल स्तर कम होने की खबर थी पर अब सोमवार को फिर से यमुना के जल स्तर में वृद्धि हो रही। जिस वजह से राजधान में बाढ़ का खतरा अभी भी बना हुआ है। बता दें कि रविवार शाम होते होते दिल्ली के कई जलमग्न इलाकों से पानी हटा तो लोगों ने चैन की सांस ली, लेकिन सोमवार सुबह फिर वह हुआ, जिसका डर था।

सुबह 6 बजे से ही यमुना नदी का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा। हालात ऐसे हैं कि अब यमुना का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ता ही जा रहा है, जिससे दिल्लीवालों को फिर से बाढ़ की टेंशन सताने लगी है। यमुना का जलस्तर सुबह 11 बजे 205.76 मीटर दर्ज किया गया है। इतना ही नहीं दिल्ली में सुबह से रुक-रुक कर बारिश भी हो रही है। आज सुबह 11 बजे यमुना नदी का जल स्तर – 205.76 मीटर था। जो कल से ज्यादा है।

हिमाचल में फिर होने लगी तबाही

हिमाचल प्रदेश में दो हफ्ते पहले हुई तबाही से अरबों रुपए का नुकसान हुआ। सबसे ज्यादा तबाही कुल्लू-मनाली और इससे सटे इलाकों में हुई। आज फिर कुल्लू से बुरी खबर आई। यहां बादल फटने से एक शख्स की मौत हो गई, वहीं कई गाड़ियां पानी में बह गई। अधिकारियों ने बताया है कि यहां बादल फटने से कई घरों और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग ने हिमाचल के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है।

बाकी जगहों का क्या है हाल?

यमुना के जलस्तर को लेकर जैसा हाल दिल्ली का है, वैसा ही हाल मथुरा और आगरा का भी है। मथुरा में यमुना नदी से सटे कई इलाकों में पानी भर गया है। यहां स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोग जलभराव से गुजरने को मजबूर हैं। बड़ी बात यह है कि मथुरा की कॉलोनियों तक पानी पहुंच गया है और अभी पानी भरना जारी रहेगा।

आगरा में भी हाल बेहाल हैं। यहां ताज महल से सटे दशहरा घाट पर लोगों के आने पर पाबंदी लगा दी गई है। यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। घाटों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। शहर में यमुना किनारे बसी कॉलोनियों में भी अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली का हाल देखकर प्रशासन अलर्ट पर है।

मौसम को लेकर क्या है अनुमान?

मौसम विभाग ने कहा है कि इस हफ्ते फिर दक्षिण-पश्चिम मानसून का एक और सक्रिय चरण शुरू होने की उम्मीद है, जिससे उत्तर भारत में भारी बारिश होने का अनुमान है। अगले पांच दिनों में मध्य और आसपास के पूर्वी भारत में भारी से भारी बारिश होने की उम्मीद है। वहीं, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में कम से कम दो दिनों तक भारी बारिश जारी रहेगी।