भोपाल। कूनो में एक बार फिर चीता बसाने की योजना पर ग्रहण लगता दिख रहा है। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों की लगातार मौतों ने विशेषज्ञों को भी चिंता में डाल दिया है। अभी तक यहां 8 चीतों की मौत हो चुकी है। अब एक और बड़ी खबर सामने आ रही है जिसमें कूनो नेशनल पार्क में 3 और चीते संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से ओबान नाम का चीता पकड़ में आया है। ओबान को जब बेहोश कर उसके शरीर पर लगे कॉलर आईडी को हटाया गया तो गहरा घाव मिला। संक्रमण की गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि चीते के शरीर पर मिले गहरे घाव में कीड़े तक पड़ चुके थे। फिलहाल उसका इलाज किया जा रहा है। दो अन्य संक्रमित चीते वन विभाग की पकड़ से फिलहाल बाहर हैं। अधिकारियों ने बताया कि बाकी के 2 संक्रमित चीते एल्टन और फ्रेडी को ट्रैप कर बेहोश करने की कोशिश जारी है, ताकि समय रहते उसका उपचार किया जा सके। पिछले एक सप्ताह में दो चीतों की मौत हो चुकी है। तेजस और सूरज नाम के चीतों की भी संक्रमण के चलते मौत हुई है। इसको लेकर गंभीर सवाल भी उठने लगे हैं।

दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञ आज पहुंचेंगे कूनो
कूनो नेशनल पार्क में चीतों की लगातार हो रही मौत ने वन प्रशासन की नींद उड़ा कर रख दी है। मौत के सही कारणों का पता न चलने की वजह से वन अधिकारी के साथ ही सरकार भी चिंतित है। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका से विशेषज्ञ को बुलाया गया है। बता दें कि ये चीते नामीबिया से भारत लाए गए हैं। साउथ अफ्रीका के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट माइक टॉफ्ट आज चीतों की जांच के लिए कूनो नेशनल पार्क पहुंचेंगे। इसके बाद ही चीतों के स्वास्थ्य और हो रही मौतों के बारे में पता चलने की उम्मीद है। वन अधिकारियों ने बताया कि दो संक्रमित चीतों की सतत निगरानी की जा रही है. पकड़ में अने के बाद कॉलर आईडी हटाए जाएंगे।
कूनो में अब तक 5 चीतों और 3 शावकों की मौत
कूनो नेशनल पार्क में अब तक 5 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है। पिछले एक सप्ताह में ही तेजस और सूरज नाम के चीतों की मौत हो गई. इससे हड़कंप मचा हुआ है. अब चीतों के गले में लगाए गए वीडियो कॉलर को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इन सबके बीच सोमवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक जसबीर सिंह चौहान को हटा दिया गया। उनकी जगह पर असमी श्रीवास्तव को जिम्मेदारी दी गई है।