रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के अनुरूप प्रदेश में पंजीकृत किसानों से आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2023-2024 में 20 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी की जाएगी। खाद्य मंत्री अमरजीत की अध्यक्षता में मंगलवार को विधानसभा स्थित सभाकक्ष में धान खरीदी और कस्टम मिलिंग की नीति की समीक्षा कर सुझाव देने के लिए गठित मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक हुई। गौरतलब है कि राज्य सरकार की ओर से आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में प्रदेश के पंजीकृत किसानों से 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का अनुमानित लक्ष्य रखा गया है।

मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान और मक्का उपार्जन, कृषक पंजीयन, बारदाना एवं वित्तीय व्यवस्था संबंधी नीति के निर्धारण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। मंत्रिमंडलीय उपसमिति के सदस्यों में कृषि उत्पादन मंत्री ताम्रध्वज साहू और वन मंत्री मोहम्मद अकबर बैठक में शामिल हुए। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सहकारिता मंत्री रवीन्द्र चौबे भी जुड़े। मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में मंत्रियों ने कहा कि, राज्य में सहकारी समितियों के माध्यम से सुचारू रूप से धान खरीदी का संचालन किया जाता है। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष व्यापक मात्रा में राज्य के किसानों से धान की खरीदी किया जाना है। इसलिए सहकारी समितियों को और अधिक मजबूत किए जाने पर बल दिया गया।

किसानों की संख्या और रकबा में लगातार हुई वृद्धि
उल्लेखनीय है कि, सीएम बघेल की पहल पर राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों और फैसलों के कारण विगत चार सालों में किसानों की संख्या और रकबा में लगातार वृद्धि हुई है। कृषि उत्पादन भी तेजी के साथ बढ़ा है। धान खरीदी के साथ-साथ धान के उठाव के कारण धान का निष्पादन आसानी से संपन्न हुआ है। इस वर्ष भी किसानों को सहुलियत प्रदान करने और धान विक्रय के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही है।

सहकारी समितियों को मजबूत करने पर दिया बल
बैठक में अधिकारियों ने चर्चा के दौरान बताया कि, राज्य में इस खरीफ सीजन में धान का क्षेत्राच्छादन 33.61 लाख हेक्टेयर अनुमानित है। सीएम भूपेश बघेल की ओर से विपणन वर्ष 2023-24 में घोषणा के अनुरूप किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी की जाएगी। अनुमानित धान खरीदी के लिए सहकारी समितियों में धान खरीदी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। इसमें किसानों के पंजीयन से लेकर बारदाने की व्यवस्था, खरीदी केन्द्रों में किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं, भुगतान की व्यवस्था आदि का संधारण कार्य किया जा रहा है।

मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, सहकारिता विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अय्याज भाई तंबोली, चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रितेश अग्रवाल, खाद्य विभाग के विशेष सचिव एम. सोनी, फुड एवं सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन के संचालक जितेन्द्र शुक्ला, कृषि विभाग के संचालक रानू साहू, अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक केएन कान्डे सहित संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।