Manipur Viral Video: हिंसा की आग में बीते 78 दिनों से झुलस रहे मणिपुर में एक समुदाय की दो महिलाओं के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। मणिपुर में भीड़ ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया। घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई। इसका वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना का वीडियो सामने आया तो देखने वालों की रूह कांप गई। वायरल वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बयान दिया और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की बात कही है।

इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वीडियो देखकर हम बहुत परेशान हुए हैं। हम सरकार को वक्त देते हैं कि वो कदम उठाए। अगर वहां कुछ नहीं हुआ तो हम कदम उठाएंगे।

वहीं, PM मोदी ने कहा कि इस घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है। किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा।

मणिपुर पुलिस ने किडनैपिंग, गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बाकियों की तलाश जारी है। मणिपुर CM एन बीरेन सिंह ने कहा है कि हम सभी आरोपियों की मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।

मुख्य आरोपी गिरफ्तार
महिलाओं को नग्न करके परेड कराए जाने के मामले में मणिपुर पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस घटना में शामिल अन्य आरोपियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो महिलाओं के साथ क्रूरता के हालिया वायरल वीडियो पर मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से बात की है।

सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान
मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता की घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वह महिलाओं को नग्न घुमाए जाने के वीडियो से वास्तव में परेशान हैं। उन्होंने कहा, ऐसी घटनाओं को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। सरकार को कार्रवाई का आदेश देते हुए सीजेआई ने कहा, अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम करेंगे। चीफ जस्टिस ने कहा, हिंसाग्रस्त क्षेत्र में महिलाओं को सामान की तरह इस्तेमाल किया गया। हमें बताया जाए कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई हुई?

क्रोध-पीड़ा से भरा हृदय- पीएम मोदी
मणिपुर में महिलाओं के साथ बर्बरता पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा, मेरा हृदय क्रोध और पीड़ा से भरा हुआ है। मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वो अपनी जगह है, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है। पीएम मोदी ने आगे कहा, मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे माफ नहीं किया जा सकता है।

राज्य सरकार मौत की सजा पर कर रही विचार
घटना पर जारी हंगामे के बीच राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा, “मेरी संवेदनाएं उन दो महिलाओं के प्रति हैं जिनके साथ बेहद अपमानजनक और अमानवीय कृत्य किया गया। जैसा कल सामने आए वीडियो में दिखाया गया है। वीडियो सामने आने के तुरंत बाद घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस हरकत में आई और आज सुबह पहली गिरफ्तारी की।” उन्होंने आगे कहा, फिलहाल मामले की जांच चल रही है और हम ये सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए। हमारे समाज में ऐसे घिनौने कृत्यों के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है।

वीडियो शेयर करने पर रोक
केंद्र सरकार ने गुरुवार (20 जुलाई) को बड़ा कदम उठाते हुए मणिपुर में महिलाओं पर बर्बरता के वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने पर रोक लगा दी है। केंद्र सरकार की ओर से ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को निर्देश जारी करते हुए मणिपुरी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के वायरल वीडियो को शेयर करने से रोकने को कहा है।

संसद में हंगामा

मानसून सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही में मणिपुर में हिंसा और महिलाओं का मुद्दा गूंजा। राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हुआ। विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान देने और माफी की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, मणिपुर में मानवता मर गई है। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष ने मणिपुर हिंसा पर सदन में चर्चा की मांग की है, जिसे सरकार ने स्वीकार किया है।