रायपुर। रायपुर, बिलासपुर और कोरबा से आईटी की टीम अपनी पूरी जांच के बाद वापस लौट गई है। मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग को लोहा एवं कोयला कारोबारी, आरामिल संचालक और रेलवे ठेकेदारों के ठिकानों में 50 करोड़ रुपए से ज्यादा की गड़बड़ी मिली है।
आयकर की टीम को कच्चे में 10 करोड़ के कैश ट्रांजेक्शन, 10 करोड़ वेतन का भुगतान, 15 करोड़ के लेनदेन के साथ ही गोदाम में 14 करोड़ से ज्यादा के स्टॉक से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। करीब 6 दिनों तक जांच करने के बाद दस्तावेजों को जब्त कर आईटी की टीम रविवार की सुबह लौट गई।
बता दें कि जब्त किए गए दस्तावेजों की स्क्रूटनी के बाद कारोबारी समूह के संचालक और ठेकेदारों से पूछताछ होगी। साथ ही दस्तावेजी साक्ष्य पेश करने पर उसकी जांच कर टैक्स चोरी तय होगी। टीम ने 18 जुलाई को रायपुर व बिलासपुर के लोहा, कोयला, आरामिल और रेलवे ठेकेदार के 13 ठिकानों पर छापा मारा था और 1.75 करोड़ की ज्वैलरी व 2.50 करोड़ रुपए का हिसाब नहीं देने पर उसे जब्त किया था।
आयकर विभाग की मानें तो करोड़ों रुपए के वार्षिक टर्नओवर वाले समूह से जुड़े कारोबारियों द्वारा पिछले 5 वर्ष से लगातार कम रिटर्न जमा किया जा रहा था। साथ ही प्रोडक्शन लगातार कम होने और मंदी का हवाला देते हुए कारोबारी नुकसान दिखाया जा रहा था। इसके विपरित कारोबारियों का टर्नओवर बढ़ने के साथ ही फैक्ट्री का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए निवेश, थोक में आयरन ओर की खरीदी की गई थी।
साथ ही वहीं रेलवे ठेकेदार द्वारा पिछले काफी समय से बड़ी निविदा हासिल की गई थी। इसके पूरा होने पर रेलवे द्वारा भुगतान भी किया गया था। इस बाद भी कारोबारी समूह और रेलवे ठेकेदार द्वारा टैक्स की चोरी की जा रही थी। इसके दस्तावेज मिलने पर आईटी की टीम ने छापामारा।
आयकर विभाग को नान के एमडी मनोज सोनी, मार्कफेड दफ्तर और राइस मिलरों के ठिकानों में लेनदेन की कच्ची रसीदें मिली हैं। यह कस्टम मिलिंग के एवज में दिए जाने वाले प्रोत्साहन राशि के एवज में लिए जाने वाले कमीशन से संबंधित बताए जाते हैं। इन सभी को जांच के लिए जब्त किया गया है। बता दें कि आईटी की टीम ने 18 जुलाई की देररात को नान एमडी, मार्कफेड दफ्तर व राइस मिलर्स के रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, दुर्ग, महासमुंद, धमतरी और खरोरा स्थित 17 ठिकानों पर छापा मारा था।
13 ठिकानों में ईडी ने ली तलाशी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पीसीसी कोषाध्यक्ष एवं नान अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, राजनांदगांव के आदिमजाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त श्रीकांत दुबे, कोरबा के निगम कमीश्रर प्रभाकर पांडेय सहित अन्य के ठिकानों पर जांच पूरी करने के बाद शानिवार की देर रात लौटी। सभी को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलवाए जाने पर उपस्थिति दर्ज कराने कहा गया है। तलाशी के दौरान आदिमजाति विभाग के सहायक आयुक्त, कोरबा निगम आयुक्त के साथ ही सीए अनुप गुप्ता, लोहा कारोबारी एवं ठेकेदार सुनील रामदास, ऋषभ सोनी, अशोक अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, संजय शेंडे और टीआर सिंह के ठिकानों से बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किया गया है।
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