रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए 2 हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में नया पेंच सामने आया है। ईडी ने दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा अंतर्गत आने वाले कासना थाना में नया मामला दर्ज कराया है। इस मामले में ईडी ने आईएएस अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के आयुक्त निरंजन दास और विशेष सचिव अरुण त्रिपाठी समेत पांच लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई है।

प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि छत्तीसगढ़ के इन अफसरों ने शराब माफिया के साथ सांठगांठ करके बड़े पैमाने पर देसी शराब की अवैध बिक्री करवाई है। इस अवैध बिक्री के लिए ग्रेटर नोएडा की कम्पनी ने फर्जी होलोग्राम छापे हैं। यह मुकदमा रविवार को ग्रेटर नोएडा की कासना कोतवाली में दर्ज करवाया गया है।

ग्रेटर नोएडा की कंपनी ने छापकर दिए डुप्लीकेट हॉलोग्राम

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तैनात प्रवर्तन निदेशालय के उपनिदेशक हेमंत की ओर से एफआईआर दर्ज करवाई गई है। उपनिदेशक ने FIR में लिखा है कि प्रवर्तन निदेशालय छत्तीसगढ़ राज्य में हुए शराब घोटाले की जांच कर रहा है। इस घोटाले में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच चल रही है।

ग्रेटर नोएडा की यूपीएसआईडीसी साइट में काम करने वाली कम्पनी प्रिज्म हॉलोग्राफी सिक्युरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड की बड़ी भूमिका सामने आयी है। इस कंपनी ने ग़ैर क़ानूनी रूप से छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग के लिए होलोग्राम छापे हैं। कम्पनी इस काम के लिए योग्य नहीं थी। इसके बावजूद छत्तीसगढ़ में तैनात आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी, आबकारी आयुक्त निरंजन दास और और एक अन्य आईएएस अफ़सर अनिल टुटेजा ने टेंडर की शर्तों में हेरा-फेरी की और अवैध रूप से यह टेंडर प्रिज्म हॉलोग्राफ़ी सेक्युरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया दिया।

शराब सिंडिकेट से मिले हुए थे कई अफसर

प्रवर्तन निदेशालय को अब तक हुई जांच में पता चला है कि इन आईएएस अफसरों ने कम्पनी से 8 पैसा प्रति हॉलोग्राम की दर से कमीशन लिया है। इतना ही नहीं, छत्तीसगढ़ के शराब सिंडीकेट और इन अफसरों ने मिलीभगत की। सरकार को आपूर्ति किए जा रहे हॉलोग्राम के समानांतर फर्जी होलोग्राम बड़े पैमाने पर ग्रेटर नोएडा कि इस कम्पनी में छपवाए गए। फर्जी होलोग्राम का इस्तेमाल अवैध देसी शराब की बोतलों पर किया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने एफ़आईआर में लिखा है कि आईएएस अफसरों और शराब सिंडिकेट ने मिलकर अवैध शराब आम आदमी तक पहुंचाई है। यह शराब जानलेवा साबित हो सकती थी। जो कि यह जघन्य अपराध है

अरुणपति त्रिपाठी के आदेश पर छापे गए जाली हॉलोग्राम

ग्रेटर नोएडा की कंपनी प्रिज्म हॉलोग्राफी सिक्युरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विधु गुप्ता को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ़्तार किया। उससे 2 और 3 अप्रैल 2023 को पूछताछ की गई। इसी दौरान उसने चौंकाने वाला ख़ुलासा किया। इस इनपुट के आधार पर ईडी ने मामले की पुनः जांच की जिसके बाद एफआईआर दर्ज करवाया।

करीब चार साल तक कंपनी ने हॉलोग्राम छापकर दिए

ईडी ने एफआईआर में बताया है कि ग्रेटर नोएडा कि इस कम्पनी को सरकारी ठेका दिलवाने में आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 19 अप्रैल 2023 को अरुणपति त्रिपाठी का बयान दर्ज किया गया। उन्होंने स्वीकार किया कि जाली हॉलोग्राम छपवाकर शराब सिंडिकेट को दिए गए हैं। कंपनी को अक्टूबर 2019 में हॉलोग्राम छापने का ठेका दिया गया था। यह कंपनी जून 2022 तक डुप्लिकेट होलोग्राम की सप्लाई इन अफसरों और शराब सिंडिकेट को करती रही। इन हॉलोग्राम के ज़रिए पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में अवैध शराब को सरकारी बनाकर बेचा गया। जिससे राज्य सरकार को क़रीब 1,200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

गलत ढंग से ठेका देने की शिकायतों को दरकिनार किया

ईडी के उपनिदेशक हेमंत ने शिकायत में लिखा है कि इस मामले की जांच-पड़ताल के दौरान इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 2021 में कंपनी के ग्रेटर नोएडा में स्थित कार्यालय पर छापेमारी की थी। उस दौरान इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने डुप्लिकेट हॉलोग्राम बरामद किए थे। ईडी ने अवैध शराब बनाने वाले एक डिस्टलर के ठिकानों से भी डुप्लिकेट हॉलोग्राम बरामद किए हैं। इस कम्पनी को हॉलोग्राम छापने का ठेका देने का विरोध कई बड़ी कंपनियों ने किया था। उनकी ओर से दर्ज की गई शिकायतों को दरकिनार कर दिया गया। अरुणपति त्रिपाठी, आईएएस अनिल टुटेजा, आईएएस निरंजन दास और अनवर ढेबार ने गलत ढंग से इस कंपनी को टेंडर दिया था।

कई और राज्यों में काम कर रही है यह कंपनी

ईडी के अनुसार यह कम्पनी केवल छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग को होलोग्राम छाप कर नहीं दे रही है, बल्कि देश के कई और राज्यों में भी आबकारी महकमों को हॉलोग्राम की आपूर्ति कर रही है। इस कंपनी ने झारखंड राज्य को भी सेवाएं दी हैं।

इन धाराओं में दर्ज हुई एफआईआर

आईपीसी की धारा 120बी
आईपीसी की धारा 420
आईपीसी की धारा 684
आईपीसी की धारा 471
आईपीसी की धारा 473
आईपीसी की धारा 484

इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर

  • अनिल टुटेजा, सेवनिवृत्त आईएएस
  • विधु गुप्ता, कंपनी के प्रबंध निदेशक
  • अनवर ढेबर, घोटाले का आरोपी
  • अरुणपति त्रिपाठी आईटीएस, विशेष सचिव आबकारी विभाग
  • निरंजन दास आईएएस, आबकारी आयुक्त

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