रायपुर : छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के आदिवासी नेता अरविंद नेताम के इस्तीफे के बाद,प्रदेश में राजनीती भी शुरू हो गई है। इसी बिच सीएम बघेल का बयान भी सामने आया है। सीएम भूपेश ने कहा, इस्तीफा देने में बहुत देर कर दिए। पार्टी विरोधी गतिविधियों में नेताम शामिल थे। कितने बार दल बदल चुके हैं। भानुप्रतापुर उपचुनाव के ही समय उन्होंने उम्मीदवार उतार दिया था। नेताम बीजेपी के इशारों पर चल रहे थे। उनकी लगातार बीजेपी के साथ बैठकें हो रही हैं। हम निष्कासित करते तो फिर किसी पार्टी में चले जाते।

वही इस्तीफे के बाद अरविंद नेताम ने कहा, सामाजिक मुद्दों को लेकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। हमारे पास कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। और हम समाज के लोगों की मदद करेंगे। हम आदिवासियों के हित में काम कर रहे हैं। बीजेपी के स्टेटमेंट को हम सुनते रहते हैं। कांग्रेस पार्टी को मुझे कुछ नहीं कहना है। ईमानदारी से कानून कायदा का पालन करें, जो आदिवासियों के हित में बना है।

अरविंद नेताम ने कहा कांग्रेस सरकार आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा नहीं की। प्रदेश में आज आदिवासी कई महीनों से धरने पर हैं। कांग्रेस सरकार समस्याओं का समाधान नहीं कर रही है। नेताम ने कहा मैं स्वाभिमान बेचकर कांग्रेस में नहीं रह सकता। स्वाभिमान को ठेस पहुंचाता है तो लात मारता हूं। पेसा कानून पर कांग्रेस आदिवासी विधायक चुप हैं। उन्होंने यह भी कहा कांग्रेस अब आदिवासी सीटों पर जीतकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि 2018 में सर्व आदिवासी के कारण कांग्रेस की जीत हुई। उन्होंने कहा सोनिया और राहुल गांधी से भेंट नहीं होती थी।कॉर्पोरेट के कारण आज आदिवासी खतरे में है। अब हम सर्व आदिवासी समाज के बैनर पर चुनाव लड़ेंगे।