रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय ने छात्रों के विकास के लिए अधिक व्यापक रूप से काम करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) और बीडीएस एजुकेशन के साथ दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।

कलिंगा विश्वविद्यालय और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ESSCI) ने 25 अगस्त 2023 (शुक्रवार) को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र कौशल परिषद (ईएसएससीआई) एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो भारतीय कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत पंजीकृत है। ईएसएससीआई का दृष्टिकोण इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम, डिजाइन और विनिर्माण उद्योग क्षेत्र, विकास के लिए भविष्य के लिए तैयार कुशल कार्यबल विकसित करना है। स्कूल और कॉलेजों के लिए फाउंडेशन पाठ्यक्रम, उत्कृष्टता केंद्र और मॉडल प्रशिक्षण केंद्र आदि का निर्माण करना है।

समझौता ज्ञापन पर ईएसएससीआई की सीओओ डॉ. अभिलाषा गौड़ और कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने हस्ताक्षर किए। इस सहयोग की मूल अवधारणा और उद्देश्य कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों को कौशल, पुनर्कौशल और अपस्किलिंग की सुविधा प्रदान करना, कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा नामांकित संकायों/प्रशिक्षकों के लिए मिश्रित मोड में प्रशिक्षण, ईएसएससीआई द्वारा संकाय विकास कार्यक्रम प्रदान करना आदि है।

कलिंगा विश्वविद्यालय ने बीडीएस एजुकेशन के साथ एक और समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए।
बीडीएस एजुकेशन ड्रोन वर्ल्ड ऑस्ट्रेलिया की सहायक कंपनी भारत ड्रोन सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड का शिक्षा प्रभाग है। सेना के दिग्गजों की एक टीम द्वारा संचालित, इसका उद्देश्य कोडिंग, रोबोटिक्स और इसी तरह की प्रौद्योगिकियों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को अमीर और गरीब, शहरी या ग्रामीण सभी के लिए सुलभ बनाना है।

समझौता ज्ञापन पर बीडीएस शिक्षा के निदेशक कर्नल (सेवानिवृत्त) एन सी गुप्ता और कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने हस्ताक्षर किए। इस सहयोग की मूल अवधारणा और उद्देश्य विश्वविद्यालय के परिसर में उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) स्थापित करके कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों को सुविधा प्रदान करना, कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा नामित प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करना, स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम कोडिंग, रोबोटिक्स और ड्रोन के क्षेत्र में विभिन्न अवधियों के साथ चलाना है।
कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है ।

नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा B+ मान्यता प्रदान की गई है । यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो वर्ष 2022-23 में एनआईआरएफ (NIRF) रैंकिंग में शीर्ष 101-150 विश्वविद्यालयों के बैंड में शामिल है । यहां छात्रों को वैश्विक मानकों के अनुसार नवाचार विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है जिससे विद्यार्थियों में नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना विकसित हो सके ।

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