बिलासपुर। कोयला खदान आबंटन को लेकर कांग्रेसियों का गुस्सा फूटने लगा है। बिलासपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता एसईसीएल मुख्यालय का घेराव करने पहुंचे हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के बैनर तले आज बड़ी संख्या में कांग्रेसी एसईसीएल मुख्यालय के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रदेश की कोयला खदानों को अडानी को देने का विरोध कर रहे हैं।

दरअसल, एसईसीएल ने रायगढ़ जिले के पेलमा कोयला खदान का संचालन माइन डेवलपर एंड ऑपरेटर (MDO) मोड पर करने का फैसला किया है। इसके लिए एसईसीएल ने अडानी समूह की कंपनी पेलमा कोलियरीज से एग्रीमेंट किया है। समझौते के अनुसार कोलियरीज अगले 20 सालों तक इसका संचालन करेगी। इसके तहत परियोजना की डिजाइनिंग, फाइनेंसिंग, प्रोक्योरमेंट, निर्माण, संचालन और रख-रखाव से जुड़ी सभी गतिविधियों की जिम्मेदारी पेलमा कोलियरीज की होगी। 20 साल की अवधि के दौरान खदान से कुल 2190 लाख टन से अधिक कोयला निकालने का प्रस्ताव है। एक साल में अधिकतम 150 लाख टन कोयला निकालने का लक्ष्य रखा गया है। खदान से उच्च गुणवत्ता वाला जी-12 ग्रेड का कोयला निकाला जाएगा। सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े उपक्रम की खदान को निजी हाथों में सौंपने के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी आज एसईसीएल मुख्यालय का घेराव कर रही है।