बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए सड़कों का निर्माण एवं चौड़ीकरण का कार्य किया गया है। इसके लिए जमीन की आवश्यकता पड़ने पर किसानों से मुआवजे का आश्वासन देकर जमीन अधिग्रहित की गई है। सड़कों का निर्माण तो किया जा चुका है लेकिन किसानों से की गई अधिग्रहित जमीन का मुआवजा अब तक नहीं दिया गया है। किसान अब मुआवजे के लिए जनप्रतिनिधियों और संबंधित कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं लेकिन उनकी सुध लेने वाला कई नहीं है। सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहण की गई भूमि के मुआवजा की मांग को लेकर किसान सड़कों पर उतर आए हैं। जहां पिछले 10 वर्ष पूर्व अधिग्रहण की गई जमीन का अब तक मुआवजा किसानों को नहीं मिल पाया है जिस वजह से नाराज किसानों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया।

जानकारी के मुताबिक, धनपुर, लरकेनी गांव के किसानों ने पेंड्रा से सिवनी मुख्य सड़क मार्ग के चौड़ीकरण में अपनी जमीन दी थी। मुआवजा राशि देने के लिए किसानों को आश्वासन दिया गया था। आरोप है कि 10 साल बीत जाने के बाद भी उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। जिससे नाराज किसानों ने लरकेनी गांव में तिराहे पर मुख्य सड़क मार्ग में एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन किया गया।