बेमेतरा। छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से मानसून की बारिश जारी है। मूसलाधार बारिश के चलते कई गांव, शहर और सड़के जलमग्न हो गए हैं। वहीं, बेमेतरा जिले में गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। नदी और नाले किनारे बसें दर्जनों गांव से संपर्क टूट गया है। आज यानी शनिवार को जिले में बारिश का दौर कम हुआ है। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की ओर से रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है। शनिवार की सुबह विभिन्न गांव से करीब 100 से अधिक लोगों का रेस्क्यू अभियान चलाकर बाहर निकाला गया। इन गांवों में मोटर बोट के माध्यम से पुलिस और नगर सेना के जवान भेज जा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि, जिले के नांदघाट से तारपोंगी रोड बंद है। बाढ़ में फंसे 65 लोगों को ग्राम बागलेडी (साजा) से सुरक्षित बाहर निकाला गया। पुलिस चौकी मारो क्षेत्र ग्राम अमलडीहा घाट शिवनाथ नदी के ऊपर करीब 7-8 फीट पानी चल रहा है। तिलाईपार से धौराभाट-नवागढ़ रोड आज सुबह चालू हो गया है। इसी प्रकार बावनलाख-अमोरा मार्ग बंद है। नांदघाट जाने वाले रोड मे भरदा के आसपास ज्यादा पानी भर गया है। ग्राम पंचायत पंचभैया में उपस्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक भवन बाढ़ की चपेट में है। ग्राम धंनगाव से झिलगाकापा भी बंद है। अमोरा घाट पर पानी भराव होने से बेमेतरा-बेरला मार्ग बंद है। यहां पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं।

जिले में बाढ़ की स्थिति निर्मित होने की वजह से लोगों की सुरक्षा को देखते हुए कलेक्टर पीएस एल्मा ने सभी अधिकारियों को राहत कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपील की है कि नदी-नालों, पुराने पुल-पुलिया आदि को पार करते समय एहतियात बरतें। इसके साथ ही बाढ़ की जानकारी मिलने पर जिला स्तरीय कंट्रोल रूम नंबर 7824-222103 में सूचना दें। मौके पर राजस्व विभाग की टीम को भी भेजा जा रहा है।