अंबिकापुर। सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले में कुछ ऐसे गांव है, जहां आज भी एंबुलेंस पहुंचने से कोसों दूर है। ग्रामीणों ने बताया की सड़क नहीं होने की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गांव के सरपंच चंद्रशेखर ने बताया कि जब गर्भवति महिलाओं को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को बुलाया जाता है, तब एंबुलेंस के चालक द्वारा सड़क नहीं होने की वजह से टाल मटोल कर दिया जाता हैं। सड़क को लेकर कई बार प्रसताव बनाकर शासन को भेजा गया, लेकिन आज तक कोई पहल नहीं की गई है।

सरपंच ने बताया कि एक तरफ पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत चांद पर पहुंच गया, लेकिन आज भी हमारे गांव में सड़क जैसे मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच सकी है। इसलिए इस पूरे पंचायत के लोगों ने आने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान का पूरी तरह वहिष्कार करने का फैसला किया है। अगर चुनाव से पहले गांव की सड़क नहीं बनती है, तो पूरे गांव के लोग आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान नहीं करेगा।

बलरामपुर-सूरजपुर के सीमावर्ती क्षेत्र
जनपद पंचायत प्रतापपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत बुढ़ाडांड में वर्ष 2017 मे सड़क पर मुरमीकरण कराया गया था। उसके बाद से कभी गांव में सड़क बनाने किसी जनप्रतिनिधियों द्वारा पहल नहीं की गई, जिसकी वजह से गांव की सड़क पूरी तरह कीचड़ में तब्दील हो गई है। खराब रास्ते की वजह से शासन से मिलने वाली रेडी-टू-ईट डेरी-बेस्ड फूड लेने के लिए महिलाएं, बच्चे आंगनबाड़ी तक नहीं पहुंच पाते हैं।