रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे एवं मुख्यमंत्रीभूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के अंतर्गत दस साल तक पंजीकृत रहे एवं 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके निर्माणी श्रमिकों को जीवन पर्यंत प्रति माह 15 सौ रुपए की पेंशन सहायता दी जाएगी।

सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत 24.52 लाख किसानों को 1895 करोड़ रुपए की तीसरी किश्त जारी की।

किसानों को सीएम ने दी बधाई

इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी, बाबा गुरुघासीदास, शहीद वीर नारायण सिंह, माता कौशल्या के जयकारे के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। बघेल ने कहा कि 24 लाख 52 हजार किसान के 1895 करोड़ रुपए बटन दबाकर आपके खाते में डाले गए हैं। सभी किसानों के खाते में पैसे पहुंच गए हैं। सभी को बधाई और शुभकामनाएं। उन्होंने गन्ना उत्पादक किसान, गोधन न्याय योजना, श्रम कल्याण योजना के हितग्राहियों को को भी बधाई दी। उन्होंने बलौदाबाजार के नागरिकों से कहा कि आज आपके जिले में 266 करोड़ रुपए के 264 कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है।

भूपेश बघेल ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना का पैसा हम हर माह की एक तारीख को देते रहे हैं, लेकिन आपकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए आज 28 सितंबर को ही खड़गे जी के हाथ से आपके खाते में पैसे डलवाने का काम हुआ।हमारी सरकार हर वर्ग के हित की सरकार है। हमने पिछले 5 साल में 20 लाख अतिरिक्त राशनकार्ड बनाए हैं, 73 लाख लोगों को चांवल, नमक निःशुल्क दे रहे हैं।

बिजली बिल हाफ योजना का लाभ सभी को

बिजली बिल हाफ योजना का लाभ सबको मिल रहा है। 83 लाख परिवारों को 60 हजार करोड़ से ज्यादा की राशि सब्सिडी के रूप में दे रहे हैं। गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को करोड़ों रुपए, बेरोजगारी भत्ता में 147 करोड़ रुपए हमने पांच माह में दिए। बिलासपुर में 7 लाख आवासों के लिए हितग्राहियों की पहली किश्त 25-25 हजार डालने का काम किया। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में हम प्रदेशभर घूमे सभी को आवास चाहिए, इसके बाद हमने आर्थिक सर्वेक्षण के निर्णय लिया। हमारा उद्देश्य सभी को आवास देने का है।

किसानों के हित में लिया निर्णय

हमने किसानों के हित में निर्णय लिया कि धान 15 से बढ़ाकर 20 क्विंटल खरीदा जाएगा। इसका फायदा हुआ कि 600 नए राइस मिल खुल गए। अगर एक राइस मिल में 1000 लोग भी काम कर रहे हैं तो कुल 60,000 लोगों को रोजगार मिला है।युवाओं के लिए हमने विभिन्न विभागों में 42 हजार से ज्यादा पदों की भर्ती निकाली।
हमने छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा को सहेजने का काम किया है। हमने हर वर्ग के हित में निर्णय लिया, योजनाएं लागू की। पांच साल में पौने दो लाख करोड़ रुपए हमने लोगों के जेब में डालने का काम किया।