रायपुर। प्रदेश भर में चयनित सहायक शिक्षकों की नियुक्ति में एक बड़ा पेंच सामने आया है। यहां अनेक उम्मीदवारों को स्कूल भी एलॉट कर दिया गया है, मगर अब उन्हें जॉइनिंग लेटर नहीं दिया जा रहा है। ऐसे अभ्यर्थियों ने आज संचालक, लोक शिक्षण कार्यालय पहुंचकर विरोध जताया। अब इन्हें कहा जा रहा है कि सीट खाली रहने पर ही उन्हें जॉइनिंग लेटर दिया जायेगा। ऐसे सभी लोग केवल सामान्य वर्ग से हैं।

पिछले सप्ताह हुई थी कॉउन्सिलिंग

छत्तीसगढ़ में सहायक शिक्षक के खाली पदों की भर्ती के लिए पिछले हफ्ते ही 26 से 28 सितंबर तक रायपुर में काउंसिलिंग की गई। जिसमें शामिल उम्मीदवारों को स्कूल का एलाटमेंट कर दिया गया, ऐसे सभी उम्मीदवार खुश थे कि वे एक शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करेंगे। मगर सामान्य वर्ग के ऐसे कई उम्मीदवार हैं जिन्हें DEO ऑफिस से जॉइनिंग लेटर नहीं मिला, जबकि स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश पर प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को शनिवार (30 सितंबर) को ज्वाइनिंग लेटर जारी करने को कहा गया था। इस तारीख के एक दिन पहले सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के पास फोन आया कि जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया जाएगा, जिसके बाद से हड़कंप मच गया है।

मुख्यालय में मिल रहा है गोलमोल जवाब

आज नवा रायपुर में इंद्रावती भवन स्थित संचालक लोक शिक्षण (DPI) कार्यालय पहुंचे ऐसे उम्मीदवारों ने जब अधिकारियों से मिलकर विरोध जताया तब उन्हें बताया गया कि सामान्य वर्ग से कुछ अतिरिक्त लोगों की भी कॉउन्सिलिंग करा ली गई है, मगर फ़िलहाल हमें मेरिट सूची के 2005 तक की जॉइनिंग दिलानी है। इसके आगे अगर सीट खाली रही तो फिर देखा जायेगा। इस दौरान जब कई उम्मीदवारों ने बताया कि उनके नाम तो 2005 के अंदर हैं तब उनसे अपने नामों की सूची देने को कह दिया गया।

जनरल को काटकर OBC को दिया जा रहा है मौका

इन्हीं उम्मीदवारों में शामिल रायगढ़ जिले के नितिश मंडल ने बताया कि आंकड़ों के मुताबिक 2005 रैंक के बाद भी वे 123 लोग ऐसे हैं जो भर्ती के लिए पात्रता रखते हैं, मगर जैसी जानकारी आयी है, कि आरक्षण के प्रतिशत के हिसाब से OBC का कोटा ख़त्म होने के बावजूद जनरल की सीट कम करके उनमें OBC को नियुक्ति दी जा रही है। ऐसा करना गलत है। ये राजनीति से प्रेरित मामला लग रहा है।

इस संबंध में TRP न्यूज़ ने DPI कार्यालय में पदस्थ उप संचालक आशुतोष चावरे से संपर्क करने का प्रयास किया गया मगर उन्होंने रिसीव करने की बजाय फोन काट दिया।