रायपुर। देश में विलुप्त हो रहे तेंदुए के संरक्षण और संवर्धन के लिए केंद्र और राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है और विदेशों से भी तेंदुए मंगाए जा रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक उदीसानता और तेंदुए की खाल की अंतरराज्यीय तस्करी के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है और तेंदुए का संरक्षण सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। उदंती सीता नदी टाइगर प्रोजेक्ट के एन्टी पोचिंग टीम ने उड़ीसा के दो लोगों को गिरफ्तार कर उनसे शेड्यूल वन का वन्य प्राणी तेंदुआ की खाल बरामद किया है। आरोपियों को न्यायालय के द्वारा स्वीकृत कर दिया गया है। तेंदुआ की खाल को देखने से प्रथम दृष्टि में यह 6 महीने के अंदर किया गया शिकार नजर आ रहा है। इस संबंध में उदंती सीता नदी टाइगर प्रोजेक्ट के उपनिदेशक वरुण जैन का कहना है कि दो आरोपी पकड़े गए हैं और चार आरोपी अब भी फरार है। जल्द ही इनको भी हिरासत में लिया जाएगा सभी आरोपी उड़ीसा के हैं।
मोटरसाइकिल छत्तीसगढ़ आ रहे थे आरोपी
दरअसल उदंती सीता नदी टाइगर प्रोजेक्ट के उपनिदेशक वरुण जैन को सूचना मिली थी कि उड़ीसा के 5-6 व्यक्ति मोटरसाइकिल छत्तीसगढ़ में तेंदुआ की खाल बेचने आ रहे थे। इस दृष्टिकोण से उन्होंने राज्य एंटी पोचिंग टीम को सतर्क किया मुखबिर के बताए समय अनुसार 4 मोटरसाइकिल में सवार 5-6 लोग तितल खूंटी गोहरापदर की ओर आ रहे थे जिन्हें रोक गया किंतु यह सभी लोग उल्टा वापस उड़ीसा की ओर भागने लगे।
पुलिस ने तत्काल इनका पीछा किया और उड़ीसा के बोडन के पास 2 लोग जो अलग-अलग मोटरसाइकिल में थे उन्हें पकड़ लिया गया। बाकी 4 लोग भागने में सफल हो गए । मोटरसाइकिल की तलाशी लेने पर उनके पास से एक तेंदुआ की ताजा खाल बरामद हुआ है प्रकरण पर पी.ओ.आर. जारी करते हुए दोनों आरोपियों को देवभोग न्यायालय भेज दिया गया है।