नेशनल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मंगलवार को ‘ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन किया। इस दौरान PM मोदी ने कहा कि निवेशकों के पास देश के साथ साझेदारी करने और भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) का हिस्सा बनने का अवसर है। साथ ही कहा कि भारत ने गलियारे पर आम सहमति बनाने के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में जोर दिया। मोदी ने कहा कि बहुत कम देशों को विकास, जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और मांग का सौभाग्य मिला हुआ है। साथ ही उन्होंने वैश्विक निवेशकों को भारत की विकास यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।

PM ने बंदरगाह से जुड़ी परियोजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इतिहास में जब भी भारत की समुद्री क्षमताएं मजबूत हुई हैं तो इससे देश तथा दुनिया को फायदा हुआ है। उनकी सरकार पिछले 9-10 वर्षों में समुद्री क्षेत्र को मजबूत करने के लिए काम कर रही है। शिखर सम्मेलन के तीसरे संस्करण में मोदी ने 18,800 करोड़ रुपये से अधिक की बंदरगाह से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
#WATCH | At the third edition of the Global Maritime India Summit (GMIS) 2023, PM Modi says, "History is a witness that whenever India's maritime capabilities are strong, the country and the world benefit…For the last 9-10 years, to strengthen this sector, we have been working… pic.twitter.com/gdkZvdLsuF
— ANI (@ANI) October 17, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में दीनदयाल बंदरगाह प्राधिकरण में 4,539 करोड़ रुपये के ‘टूना टेकरा ऑल-वेदर डीप-ड्राफ्ट टर्मिनल’ की आधारशिला भी रखी, जिसे भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे की सहायता के लिए विकसित किया जा रहा है।