कोरबा। कोरबा को मां सर्वमंगला की नगरी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि सर्वमंगला मंदिर में पूरी श्रद्धा के साथ जो श्रद्धालु माथा टेकते हैं, उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। यहां पीपल के पेड़ पर नारियल बांधने की परंपरा हो या फिर मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित करने की मान्यता। यही वजह है कि हर साल जब नवरात्रि आती है, तब कुछ मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित करने के लिए विदेशों से भी अर्जियां आती हैं। इस साल सर्वमंगला में 10000 से अधिक मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए गए हैं । इस साल 3 मनोकामना ज्योति कलश के लिए रसीद अमेरिका से काटे गए हैं।

आज महंगाई अपने चरम पर है। तेल और घी की कीमतें भी आसान छू रही हैं। बावजूद इसके मां सर्वमंगला के प्रति लोगों की आस्था ज्यों कि त्यों है। जबकि तेल वाले 10500 रुपये और घी वाले 1500 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किया गए हैं। इन ज्योति कलश को 9 दिन 24 घंटे प्रज्वलित किया जाता है। इसके लिए बाकायदा मंदिर प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। जो दीपक को बुझने नहीं देते. लगातार दीये में तेल भरते रहते हैं. जिससे की ज्योति कलश 9 दिन तक जलते रहते हैं।