रायपुर। टमाटर की महंगाई झेल चुके लोगों के आंसू अब प्याज निकालने लगा है। खुदरा बाजार में प्याज आज अर्धशतक लगा चुका है, यानि इसकी कीमत 50 रुपये प्रति किलो से ऊपर पहुंच गई है। वहीं थोक मंडी में भी यह 45 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। व्यापारियों का कहना है कि मंडी में आवक कम होने से प्याज के भाव चढ़े हैं।

पिछले एक महीने तक खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 35 से 40 रुपये किलो के बीच बनी हुई थी। वहीं थोक मंडी में यह 24 से 30 रुपये किलो के बीच बिक रहा था, लेकिन पिछले तीन दिन से आवक में अचानक गिरावट आ गई है।

राजधानी में प्याज की ये रही कीमत

आज सुबह जब लोग बाजारों में सब्जियां खरीदने पहुंचे तब वे यह सुनकर परेशान हो गए कि प्याज की कीमत फिर से बढ़ गयी है। आलम ये है कि खुदरा विक्रेता हलके स्तर की प्याज 50 से 55 रूपये तक बेच रहे हैं, वहीं अच्छी क्वालिटी की प्याज की कीमत 60 रूपये से ऊपर तक पहुंच गई है। व्यापारियों का कहना है कि आनेवाले दिनों में अगर प्याज की आवक कम रही तो इसकी कीमत और भी बढ़ेगी।

कांग्रेस को मिला मुद्दा…

देश के 5 राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के वक्त प्याज की कीमतों में बढ़ोत्तरी ने कांग्रेस पार्टी को फिर से मुद्दा दे दिया है। मंडियों में प्याज की कीमत बढ़ने पर आज इंडियन नेशनल कांग्रेस ने ट्वीट करके पूछा है “आज प्याज कितने रुपए में खरीदा?” वहीं ट्वीट में प्याज की तस्वीर लगाकर पूछा है कि “आपके यहां प्याज कितने रूपये किलो है?

कांग्रेस पार्टी के इस ट्वीट ने जता दिया है कि वर्तमान में चल रहे विधानसभा चुनाव में प्याज भी एक मुद्दा बनने जा रहा है। जानकार बताते हैं कि अभी करीब एक महीने तक लोगों को प्याज की बढ़ी हुई कीमतों से निजात नहीं मिलने वाली है। दिसंबर तक नई फसल तैयार होगी, तभी प्याज के दाम में गिरावट संभव है। ऐसे में स्वाभाविक है कि चुनाव में प्याज की महंगाई भी आम जनता के बीच चर्चा का विषय रहेगी।