रायगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ को औद्योगिक नगरी के रूप में जाना जाता है. रायगढ़ में चार विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें रायगढ़, खरसिया, लैलूंगा, धरमजयगढ़ हैं. 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने रायगढ़ की चारों विधानसभा सीट पर कब्जा किया था. रायगढ़ विधानसभा सीट सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है. यहां पर पिछली बार 2018 में कांग्रेस के प्रत्याशी प्रकाश नायक ने जीत दर्ज की थी.

रायगढ़ विधानसभा में मतदाताओं की संख्या:

रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 25 हजार 722 महिला मतदाता हैं. वहीं पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 27 हजार 343 है. 19 तृतीय लिंग के मतदाता हैं. रायगढ़ विधानसभा में कुल 2 लाख 53 हजार 84 मतदाता हैं. पिछले चुनाव से लेकर अब तक पांच सालों में 31 हजार 156 मतदाता बढ़ें हैं.

रायगढ़ विधानसभा में मतदाताओं की संख्या रायगढ़ विधानसभा का इतिहास:

रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2003 के चुनाव में बीजेपी के विजय अग्रवाल ने कांग्रेस कद्दावर नेता कृष्ण कुमार गुप्ता को हराया था. 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के शक्राजीत नायक ने अपनी जीत दर्ज की थी. 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के रोशन लाल अग्रवाल ने जीत दर्ज की थी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रकाश नायक ने 14580 वोट से अपनी जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में प्रकाश नायक को 69,062 वोट मिला था, वहीं भाजपा के स्वर्गीय रोशन लाल अग्रवाल ने 54480 वोट प्राप्त किया था, तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी विजय अग्रवाल ने 42914 वोट पाया था।

रायगढ़ विधानसभा में गुटबाजी बिगाड़ती है खेल:

रायगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां गुटबाजी की शिकार होती रहीं हैं. कांग्रेस पार्टी बीते 1 हफ्ते से विधायक प्रत्याशियों का फार्म जमा कर रही है, जिसमें अब तक 21 प्रत्याशियों ने अपना फार्म जमा किया है. वहीं बीजेपी की बात करें, तो आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से ओपी चौधरी, सुनील रामदास, विजय अग्रवाल, गुरपाल भल्ला जैसे कई नाम सामने आ रहे हैं. मगर शहर में चर्चा है कि ओपी चौधरी रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन शहर में ओपी चौधरी के स्थानीय नहीं होने की भी चर्चा है. जिससे ओपी चौधरी को रायगढ़ सीट से चुनाव जीतने में काफी दिक्कतें आ सकती है. लोगों का मानना है कि यहां यदि आप चौधरी चुनाव लड़ते हैं, तो वर्तमान विधायक प्रकाश नायक फिर से जीत सकते हैं.

रायगढ़ विधानसभा के मुद्दे और समस्याएं:

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में कोयले का भंडार है. राजस्व के मामले में भी रायगढ़ प्रदेश को आर्थिक रूप से सहयोग करता है. फिर भी यहां बुनियादी सुविधा जैसे पानी और सड़कें आज भी खराब हैं. कोयले की खान होने के कारण रोजाना ट्रकों का आना जाना चलता रहता है. उस लिहाज से सड़कों का निर्माण नहीं किया गया है. जिससे आए दिन रोड एक्सीडेंट होते रहते हैं. इसके साथ ही रायगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र हाथी के हमले से प्रभावित हैं. बीते तीन दशक से रायगढ़ में कोई ऐसा राजनीतिक व्यक्ति नहीं देखा गया, जो मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान देकर सुधार लाया हो.

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