रायपुर। छत्तीसगढ़ में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। छत्तीसगढ़ में इस बार भी भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर होने की संभावना है। पिछले चुनाव में भाजपा को कड़ी शिकश्त देकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में शानदार अपने कार्यकाल को पूरी कर चुकी कांग्रेस अपने विकास कार्यों के दम दूसरी बार जीत हासिल कर सत्ता में बने रहने का दावा कर रही है। वहीं पिछले चुनाव में हार का स्वाद चखने के बाद भाजपा लगातार पांच सालों से अपनी हार की समीक्षा कर कमियों को दूर कर कड़ी मेहनत कर रही है ।

वहीं दूसरी ओर 2018 में बंपर सीट्स के साथ सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी के लिए 2023 में फिर से सरकार बनाने की चुनौती है, जिसके लिए वो एक के बाद पार्टी ने अब तक करीब एक दर्जन वायदे जनता से कर चुकी है। मुख्यमंत्री पहले ही किसानों की कर्जमाफी का वायदा कर मास्टर स्ट्रोक खेल चुके हैं, बीते दिनों कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रदेश में KG से PG तक मुफ्त शिक्षा का वायदा किया। पहले की इन 6 घोषणाओँ के बाद सोमवार को छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की तरफ से 8 और घोषणाएं की। जबकि बीजेपी ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

कांग्रेस की एक के बाद एक घोषणाओं को बीजेपी ने झूठ का पुलिंदा और छलावा बताया, साथ ही सही वक्त पर पार्टी का घोषणापत्र जारी करने का दावा किया। बताया जा रहा है कि बीजेपी अपने घोषणा पत्र में

1- हेलीकॉप्टर से तीर्थ दर्शन योजना
2- हर हाथ में हुनर और नौकरी की गारंटी- जिसमें MP की तर्ज पर उद्योगों के साथ करेगी लिंक कर ट्रेनिंग और नौकरियों का वादा
3- सबको फ्री इलाज का वादा
4- महिलाओं को 1500 रुपए महीने देने वायदा संभव
5- धान का समर्थन मूल्य 3 हजार से ज्यादा करने का वादा
6- संविदा और अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण
बता दें कि ये सभी वो संभावित वायदे हैं जिनके बीजेपी घोषणापत्र में शामिल किए जाने की संभावना है।