डी ने मिलकर मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश

रायपुर. कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने शनिवार को राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। इस दौरान उन्होंने ईडी के आरोपों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कल ईडी ने प्रेस नोट जारी किया। जिसके माध्यम से मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश की गई है।

बीजेपी और ईडी ने मिलकर मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश की है। असीम दत्ता जिसने आरोप लगाया है वह बीजेपी का कार्यकर्ता है। ईडी ने बिना पूछताछ के प्रेस नोट जारी किया है। एक ड्राइवर के बयान पर आरोप लगाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय की प्रेस रिलीज के बाद पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर सवाल खड़े किए थे।

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सवाल उठाए कि महादेव सट्टा एप संचालकों के तार आखिर भिलाई-दुर्ग से क्यों जुड़ रहे हैं. इसके अलावा सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। सुशील आनंद ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ असीम दत्ता की फोटो है। प्रेमप्रकाश पांडे के साथ असीम दत्ता और रमेश बैस के साथ सौरभ चंद्राकर इनकी संलिप्तता महादेव सट्टा एप से है।

छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं. इनकी साजिश बेनकाब हो गई है। जो भी कार्रवाई होगी हमारी पार्टी करेगी। AICC में इसको लेकर चर्चा हुई है। सुशील आनंद ने कहा कि रमन सिंह के बेटे बार-बार क्यों दुबई जाते थे। रमन सिंह को चुनौती देता हूं कि आपने बेटे का पासपोर्ट सार्वजनिक करें, स्थिति साफ हो जाएगी।

अमित शाह ने जैसा बोला वैसा ईडी ने कर दिया। केंद्र सरकार के पास पूरा अधिकार था महादेव एप को बंद करने का। मुख्यमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस कर के भी कहा था कि महादेव एप पर कार्रवाई की जाए. केंद्र सरकार सक्षम है।

शुक्ला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा कि आप छत्तीसगढ़ के चुनाव को दिशाहीन करने के लिए साजिश रच रहे हैं। छत्तीसगढ़ की पुलिस जब बाहर कार्रवाई करने जाती है तब वहां की पुलिस महादेव एप पर कार्रवाई करने के लिए उन पर मुकदमा दर्ज करती है। केंद्र सरकार को यूसुफ पुट्टी का पासपोर्ट जब्त करना चाहिए।

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी को शर्मसार, बदनाम करने का काम कांग्रेस सरकार ने किया है. महादेव सट्टा एप के 508 करोड़ रुपये दिए गए हैं। जंगल, जमीन, गोबर, पीएससी घोटालों की फेहरिस्त हैं इनकी। 20 लाख युवाओं को सट्टा में फंसा कर उनका भविष्य खराब करना ये आपराधिक षड़यंत्र है।

राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में हैं जवाब दें। जनता जानना चाहती है। शुभम सोनी ने अपने बयान में इस बात को स्वीकार किया है कि हमने 508 करोड़ रुपये दिए हैं. महादेव सट्टा एप को चलाने वाले लोग दुर्ग, भिलाई से क्यों जुड़े हैं? इसके तार शीर्ष नेतृत्व तक जाएंगे। 3 महीने बाद ये बात साबित हो गई है। जब पहली बार सट्टा का मामला सामने आया था तब कांग्रेस ने दिल्ली जाकर प्रेस कांफ्रेंस की थी।

बृजमोहन ने कहा कि असीम दत्ता के पास पैसे जब्त हुए हैं। ED ने प्रेस जारी कर बताया कि जांच में 15 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गए। असीम दत्ता ने स्वीकार किया है कि दुबई से चुनाव के खर्चे के लिए पैसा भेजवाया है। उसने ये भी स्वीकारा है कि पहले के 2 नाम चल रहे थे। सुभम सोनी तीसरे नम्बर का व्यक्ति हैं।

भारत के चुनावी इतिहास में ये पहला मामला है जिसने पूरे छत्तीसगढ़ को शर्मसार किया है। गरीब नौजवानों का पैसा लूटकर प्रशासनिक तंत्र का इस्तेमाल करके लोकतंत्र के पवित्र पर्व पर इस पैसे का उपयोग किया जा रहा है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी में थोड़ी भी शर्म हैं तो इस्तीफा ले लिया जाना था। हम चाहते हैं इसमें इलेक्शन कमीशन संज्ञान ले. कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे।

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