रायपुर। मतदान करना सभी का अधिकार है और प्रजातंत्र को मजबूत करने के लिए सभी मतदाताओं को मतदान जरूर करना चाहिए । इसी तरह की अपील के साथ मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर कई तरह के कायर्क्रम किए गए। इस दौरान मतदाता सूचियों की भी कई बार जांच की गई जिसके बाद अंतिम प्रकाशन किया गया। इसके बावजूद मतदान करने पहुंचे कई मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब मिले। विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में आज प्रदेश के डोंगरगढ़ विधानसभा में मतदान किया जा रहा है। लेकिन डोंगरगढ़ विधानसभा में कई मतदाता ऐसे हैं जो प्रशासन की लापरवाही के चलते अपना वोट नहीं डाल सकें। ऐसे ही डोंगरगढ़ के बुधवारी पारा वार्ड नंबर 15 निवासी 80 वर्षीय प्रभु गिरधर और उनका परिवार वोट डालने से वंचित हो गए हैं।

कही कोर्ट जाने की बात

प्रभु गिरधर ने बताया कि वे लोग सुबह मतदान केंद्र पहुंचे तो मतदाता सूची में उनका और उनके परिवार का नाम नहीं था। जिसके बाद उन्होंने इसे एक साजिश बताया तथा मतदाता सूची से जानमुझकर नाम काटना बताया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वे पिछले 60 सालों से मतदान कर रहे हैं। पिछले सभी चुनाव में उन्होंने मतदान किया था, लेकिन इस बार शरारत कर उनका और उनके परिवार का नाम काट दिया गया है। उन्होंने इसकी शिकायत करते हुए तथा कोर्ट जाने की बात कही है।
गौरतलब है कि डोंगरगढ़ के बूथ क्रमांक 150,ग्राम ढारा के बूथ क्रमांक 174 में ईवीएम मशीन खराब होने से कई घंटो तक मतदान रूका रहा, जिससे मतदाताओं को परेशानी का सामना करना पड़़ा। इसी तरह ग्राम छोटे कुसुमी में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था, जिसके बाद प्रशासन ने गांव पहुंचकर उनकी समस्या को सुना तथा प्रशासन के आश्वाशन के बाद मतदान फिर से शुरू हुआ।