0 भाजपा की महिला कार्यकर्ता से दुर्व्यवहार का मामला
जशपुर। कुनकुरी विधानसभा में हुई एक घटना ने कांग्रेस प्रत्याशी और संसदीय सचिव उत्तम दान मिंज (U D MINJ) की मुश्किलें बढ़ा दी है। इस घटना के विरोध में अब खुद उरांव समाज मुखर हो गया है। घटना से आक्रोशित छत्तीसगढ़ उरांव समाज ने विरोध में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा-रेंज अंबिकापुर में शिकायत दर्ज करा जांच और कार्रवाई की मांग की थी। भाजपा भाजपा ने कारवाई की मांग को लेकर थाने का घेराव और चक्का जाम भी किया था।
कुनकुरी थाने में हुआ मामला दर्ज
दरअसल यूडी मिंज वायरल VIDEO में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करते हुए उसका मोबाइल छीनते हुए नजर आ रहे हैं। इस मामले में लिखित शिकायत के बाद कुनकुरी थाना प्रभारी सुनील सिंह ने मिंज समेत उनके आधा दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 448, 143, 355 के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि मंजू भगत भाजपा कार्यकर्त्ता है और उसे मिंज तथा उनके कार्यकर्ताओं द्वारा धमकी दिए जाने का आरोप लगा है। हालांकि इस पर यूडी मिंज का कहना है कि BJP झूठ, अफवाह और चुनाव में भ्रम फैला रही है। वो महिला को समझा रहे थे, इसके सिवा और कुछ भी नहीं है।
उरांव समाज हुआ नाराज
इस घटना को लेकर उरांव समाज काफी नाराज बताया जा रहा है। आदिवासी महिला के साथ हुए कथित अत्याचार पर न्याय की मांग के लिए समाज सामने आया है। उरांव समाज के प्रदेश अध्यक्ष उमेश प्रधान ने घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी उत्तम दान मिंज के विरुद्ध जांच और कारवाई की मांग किया है। रविवार की शाम उरांव समाज के प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा-रेंज अंबिकापुर में आवेदन देकर घटना की जांच और कारवाई संबंधी मांग का आवेदन सौंपा था।
विष्णुदेव साय ने किया था चक्का जाम
जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा से कांग्रेस विधायक यूडी मिंज का एक महिला के साथ बहस करने और मोबाइल छिनने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा, कांग्रेस विधायक यू डी मिंज पर हमलावर होती नजर आयी। पीड़ित महिला ने मामले की शिकायत कुनकुरी थाने में की, लेकिन 24 घंटे बाद भी कारवाई नहीं होने से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओ और कुनकुरी से भाजपा प्रत्याशी विष्णुदेव साय ने अपने समर्थकों के साथ कुनकुरी थाने के घेराव के साथ साथ थाने के सामने NH43 जाम कर दिया था, जिससे काफी देर आवागमन भी बाधित रहा। हालांकि पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद भाजपा का आंदोलन खत्म हो गया।
बाद में इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया। इस प्रकरण का चुनाव पर कितना असर पड़ता है, यह तो चुनाव के परिणाम ही बताएंगे।