रायपुर। देश के तीन गैर महानगरीय एयरपोर्ट्स पर एयर इंटेलिजेंस यूनिट स्थापित करने का आदेश केंद्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने जारी कर दिया है। इनमें माना एयरपोर्ट रायपुर के साथ भोपाल और इंदौर एयरपोर्ट भी शामिल हैं ।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अवर सचिव वैभव श्रीवास्तव ने डीजी आयकर अन्वेषण ब्यूरो (सीजी एमपी) भोपाल को पत्र लिखकर मंजूरी से सूचित करते हुए बजट प्रस्ताव भेजने कहा है। इधर रायपुर के डीजी आयकर ने एयरपोर्ट अथारिटी से माना एयरपोर्ट लाउंज में दफ्तर के लिए कक्ष या स्पेस उपलब्ध कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

कैश ट्रैफिकिंग पर रहेगी नजर

यह विंग, सीआईएसएफ, एयरपोर्ट अथारिटी माना के साथ समन्वय से काला धन, विशेषकर हवाले की रकम और कारोबारियों की धरपकड़ में अहम भूमिका निभाएगा। अब तक सीआईएसएफ या एयरपोर्ट प्रबंधन की सूचना पर आयकर अमला काम करता रहा है। या फिर चुनावों के दौरान अस्थाई रूप स्टैटिक टीम के रूप में आयकर अमला एयरपोर्ट पर तैनात किया जाता रहा है। अब यह विंग स्थाई रूप से एक आफिस के रूप मेंं एयरपोर्ट परिसर में ही काम करेगा।

नगदी के साथ जेवरात पर भी नजर

यह अमला सीआईएसएफ के जवानों के साथ बैगेज, लगेज स्कैनर पर बारीकी से नजर रखेगा। इस दौरान नगदी के साथ-साथ जेवरात मिलने पर भी कार्रवाई करेगा। यह नवा रायपुर स्थित आयकर अन्वेषण ब्यूरो के अधीन होगा। जहां संयुक्त कमिश्नर के मातहत दो से तीन शिफ्ट में आधा दर्जन से अधिक आई टी ओ, आईटी इंस्पेक्टर और लिपिक भी तैनात रहेंगे। हालांकि अभी आफिस सेटअप की जानकारी नहीं दी गई है।

राजधानी में कारोबार और लेनदेन में हुई बढ़ोत्तरी

बता दें कि आयकर विभाग ने हाल के वर्षों में राजधानी शहर में हवाला कारोबार और लेनदेन में बड़ी बढ़ोतरी देखी है। कैश ट्रैफिकिंग में पुरुषों के साथ – साथ, महिलाओं की भी भूमिका रही है। इस वर्ष की पहली तिमाही में स्वर्ण भूमि परिसर निवासी एक महिला को हवाला रकम के साथ आयकर टीम ने एयरपोर्ट में ही पकड़ा था। इसकी सूचना दिल्ली एयरपोर्ट के इसी विंग ने दी थी।

महादेव सट्टे ने बढ़ाई सरगर्मी

वहीं पिछले पखवाड़े के भीतर महादेव आनलाइन सट्टे के एक प्वाइंटर ड्राइवर को पांच करोड की रकम के साथ एक होटल की पार्किंग में ईडी ने पकड़ा था। इन्हीं तथ्यों के प्रकाश में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने सीबीडीटी को रायपुर में एयर इंटेलिजेंस विंग स्थापित करने के निर्देश दिए थे। सीबीडीटी ने अक्टूबर में इसकी मंजूरी दे दी है। सेटअप के लिए वित्तीय मंजूरी मिलते ही माना में यह विंग काम करने लगेगा। करीब 38 वर्ष पहले रायपुर में आयकर आफिस खुलने के बाद यह एक और बड़ी पहल है। विभाग को उम्मीद है कि इस विंग के खुलने से हवाला कारोबार हतोत्साहित होगा।