मधुबनी। बिहार के मधुबनी में मंगलवार (21 नवंबर) की सुबह मधेपुरा डीएम की गाड़ी ने फुलपरास पुरवारी टोला के पास कुछ लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
फुलपरास पुरवारी टोला के पास यह हादसा हुआ है। डीएम की गाड़ी दरभंगा से मधेपुरा की ओर जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में यह हादसा हो गया। लोगों का आरोप है कि हादसे के बाद उनका सुरक्षाकर्मी डीएम को सुरक्षित लेकर भाग गया। उन्हें रुककर देखना चाहिए था, लेकिन वह भाग गए।

इस हादसे में दो से तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायल को इलाज के लिए रेफर किया गया है। घटना सुबह के करीब सात से आठ बजे के आसपास की है। मधुबनी के DM अरविंद कुमार ने तीन की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि दो से तीन लोग घायल हुए हैं। उन्हें एंबुलेंस से इलाज के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा है कि मामला संवेदनशील है। घटना की पूरी जानकारी के बाद बयान जारी किया जाएगा।

पटना से आ रही थी मधेपुरा डीएम की गाड़ी

मरने वाले तीन लोगों में एक महिला, एक बच्चा और सड़क पर काम करने वाला एक मजदूर शामिल है। मृतक महिला का नाम गुड़िया देवी (28) और उसकी सात वर्षीय बच्ची है। घायलों को बेहतर इलाज के लिए फुलपरास रेफरल अस्पताल से डीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। बताया जाता है कि डीएम की गाड़ी दरभंगा से मधेपुरा की ओर जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में यह हादसा हो गया. हादसे के बाद मधुबनी डीएम की गाड़ी रेलिंग से टकरा गई।

गुस्साए लोगों ने किया हंगामा

घटना से आक्रोशित हुए लोग एनएच-57 को जाम करने के बाद हंगामा करने लगे। लोगों ने डीएम की गाड़ी को घेर लिया और गाड़ी में तोड़फोड़ करने लगे। फुलपरास थाना के पास फोरलेन पर यह दुर्घटना हुई है। घटना के बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ जुटने से पहले डीएम और गाड़ी चालक घटना स्थल से फरार हो गए। गाड़ी फिलहाल वहीं खड़ी है। मधेपुरा के डीएम विजय प्रकाश मीणा हैं और मधेपुरा में डीएम के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग है। वे राजस्थान के रहने वाले हैं।

कैसे हुई घटना?

बताया जाता है कि सुबह में एनएचएआई के कर्मी सड़क पर सफेद पट्टी पेंट कर रहे थे। अचानक एक महिला और एक बच्चा सड़क पर आ गए। उन्हें बचाने के लिए डीएम की गाड़ी के ड्राइवर ने पूरी कोशिश की लेकिन यह घटना हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार गाड़ी में डीएम भी थे। घटना के बाद पुलिस समेत वरीय पदाधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।