जयपुर। देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। कुछ राज्यों में वोटिंग हो चुकी है, जबकि कुछ में वोटिंग बाकी है। इस बीच लोग हार-जीत को लेकर कयास लगा रहे हैं। कई सारी सर्वे एजेंसियों ने भी ओपिनियन पोल के जरिए अपना आंकलन तैयार किया है। इसी बीच देश के सबसे बड़े सट्टा बाजार की भी चर्चा हो रही है। यह फलोदी का सट्टा मार्केट है, जो राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश में विख्यात, या कहें कि कुख्यात है।

कहां है फलोदी सट्टा बाजार

फलोदी राजस्थान में नए बने 17 जिलों में से एक है। पहले ये जोधपुर जिले का हिस्सा था। यह जोधपुर शहर से करीब सवा सौ किलोमीटर दूर है और यहां नुक्कड़ से लेकर घरों तक सट्टा खेला जाता है। बड़े से लेकर बच्चे तक फलोदी सट्टा बाजार में एक्टिव हैं।

किसी भी मसले पर बताते हैं भविष्य

दरअसल फलोदी में सट्टा खेला नहीं जाता, बल्कि यहां किसी भी मसले पर सटोरिये अनुमान के आधार पर उसका भविष्य बताते हैं। और इनका अनुमान काफी हद तक सटीक बैठता है। इसी के आधार पर देश भर में लोग सट्टा खेलते हैं। फलोदी में एक से बढ़कर एक धुरंधर हैं, जो देश-प्रदेश और दुनिया की सियासत के अलावा यहां खेलों के परिणामों को लेकर भविष्य बताते हैं। खासकर भारत में चुनाव और क्रिकेट के दौरान यहां का सट्टा बाजार खासा सक्रिय रहता है। यही कारण है कि नेता फलोदी सट्टा बाजार से उठने वाले भावों पर पैनी नजरें रखते हैं।

500 सालों से चल रहा है फलोदी का सट्टा बाजार

फलोदी का सट्टा बाजार पूरे विश्व में अपने अनोेखे कारनामों के चलते विख्य़ात है। यह शहर देश के किसी भी राज्य में सरकार बना सकता है और गिरा सकता है। फलौदी के जानकारों का कहना है कि यहां सट्टा तो 450-500 साल से पारंपरिक रूप से चल रहा है ।

कितना सटीक है यहां का सट्टा बाजार

इसी साल मई में कर्नाटक के चुनाव हुए थे। फलोदी की सटीकता का आकलन कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणामों से लगाया जा सकता है। फलोदी सट्टा बाजार ने कर्नाटक में कांग्रेस को 137 और भाजपा को 55 सीटें दी थी। परिणाम में कांग्रेस को 136 और भाजपा को 66 सीटें मिली। फलोदी का यह आकलन करीब-करीब ठीक रहा। इससे पहले फलोदी सट्टा बाजार ने गुजरात में भी भाजपा सरकार रिपीट होने का अनुमान लगाया था, जो सही साबित हुआ। हिमाचल में कांटे की टक्कर के बीच भी फलोदी बाजार ने कांग्रेस की जीत बताई थी, हुआ भी यही।

देश भर के सटोरियों का छोटा काशी है फलोदी

फलौदी के मुख्य सट्टा किंग अन्तूजी चांडा ने बताय़ा कि फलोदी देश भर के सटोरियों का छोटा काशी है, लोग हमारे अनुमानों में पैसा लगाकर मालामाल होते हैं। हम लोग सट्टा मेंं पैसा नहीं लगाते हैं। अन्तूजी 28 सालों तक मुंबई के शेयर बाजार में काम करने के बाद गांव में लौटकर पिछले काफी समय से सट्टे का काम कर रहे हैं। फलोदी के सट्टा बाजार ने सटोरियों में ईमानदारी और विश्वसनीयता का प्रमाणिकता को बनाए रखा है।

3 टके की मिलती है दलाली

अन्तूजी ने बताया कि वर्तमान में चल रहे चुनाव, बारिश, या शेयर मार्केट में उचार-चढ़ाव को लेकर नई दिल्ली, कोलकोता, चेन्नई, अहमदाबाद, यूपी, बिहार या देश के अन्य राज्य़ों के सटोरियों के पैसे लगते हैं, हमें मात्र 3 प्रतिशत की दलाली मिलती है। सटोरियों का सारा पैसा वो अपने स्तर पर पक्ष और विपक्ष में लगाते हैं, हमारे गणित की दलाली 3 टका हमें देते है।

युवा हैं सट्टे से दूर, सबसे ज्यादा हैं जज और सीए

फलोदी में हर घर में जो बुजुर्ग हैं, वो सट्टे से जुड़े हैं। युवा पढ़ने लिखने में ध्यान देते हैं। वो पढ़ लिख कर जज और सीए बन रहे हैं। दावा है कि देश भर में सबसे ज्यादा फलौदी के जज के अलावा सीए हैं, जो बड़े फैक्ट्री के खाता-बही को मेंटेन करते हैं। यहां के युवाओं की सबसे अच्छी बात है कि वो सट्टे से बिलकुल दूर हैं, और जयपुर, बीकानेर, उदयपुर में हास्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। वो यहां के सट्टा की कमाई से कोई मतलब नहीं रखते।

फलोदी का सट्टा बाजार 10 साल के लिए होगा बंद..!

फलौदी के सट्टा किंग और विशेषज्ञ ने बताया कि देश में सबसे ज्यादा जज फलौदी से बने है, और सबसे ज्य़ादा सीए फलौदी से है। अब फलौदी के युवाओं को IAS और IPS बनाना है। इसलिए मैं फलौदी में दस साल तक सट्टा बंद करने की सोच रहा हूं। जल्द ही इस निर्णय पर अमल किया जाएगा। सट्टा किंग ने बताया कि दस साल तक सट्टा बंद कर हम लोग बच्चों को IAS-IPS बनाने के लिए मेहनत करेंगे। ताकि हमारे फलौदी की पहचान अब नए रूप में हो सके। जज और सीए से हम संतुष्ट नहीं हैं, कुछ नया करना चाहते है।

नहीं है पैसे की कमी

यहां के बुजुर्ग चाहते हैं कि अपने बच्चों के लिए फलोदी की पहचान सबसे बड़ा सट्टा बाजार की जगह सबसे ज्यादा आईएएस-आईपीएस वाला फलोदी के रूप में विख्यात हो। जब हम सट्टा बंद करेंगे तभी तो बच्चों को IAS-IPS बना सकेंगे। यहां फलोदी में किसी के घर में पैसों की कमी नहीं, दस साल तक घऱ चल जाए इतना पैसा है, आराम से दस साल निकल जाएंगे।

शेयर मार्क्रेट में फलोदी वालों की मजबूत पकड़

देश के हर मार्क्रेट में फलौदी सट्टा बाजार का जबरदस्त दखल है। सोना-चांदी, शेयर मार्क्रेट, नई कंपनी के शेयर भाव खुलने से लेकर बिकने तक की सट्टेबाजी में दखल है। मुंबई शेयर मार्क्रेट में फलौदी वालों की मजबूत पकड़ है। यहां के 300 लोग वहां काम करते है। उनके पूर्वानुमानों से बाजार में बूम आता है और लोग शेयर पैसे लगाकर पैसे कमाते है। जिस शेय़र को फलौदी वालों ने भाव दे दिया, यानी जिस कंपनी का शेयर मार्क्रेट में आने वाले होते है, और बेचने के लिए मार्क्रेटिंग शुरू होती है।

चुनाव पर सट्टा

फलौदी सबसे ज्यादा चुनाव पर सट्टा को लेकर जाना जाता है। यहां के सट्टा किंग का तो यहां तक कहना है कि राजस्थान में तो किस पार्टी से किसे टिकट मिलेगी और कौन जीतेगा यह बता दिया जाता है। यहां के सट्टा के हिसाब से ही टिकट वितरण होता है और सरकार बनती है। सट्टा किंग ने कहा कि 2023 में राजस्थान के चुनाव में भाजपा को 122 और कांग्रेस को 65 सीट मिल रही है। फलौदी के कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश चंदानी और सीएम अशोक गहलोत चुनाव जीत रहे है। गहलोत सरकार के 12 मंत्री हार रहे है। भाजपा की सरकार बन रही है।

छत्तीसगढ़ और एमपी में क्या..?

फलौदी के सट्टा किंग ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 27 से 52 सीट मिल रही है और भाजपा को 25-30 सीट मिल रही है। जबकि मध्यप्रदेश में कांग्रेस को 116 भाजपा को 110 मिल रही है। तेलंगाना, मिजोरम पर कुछ भी नहीं कहा। हर भविष्यवाणी में फलौदी का गणित हमेश सटीक बैठता है।

विश्व व्यापी है फलौदी का सट्टा बाजार

राजस्थान को भले ही विदेश में नहीं जानते हो लेकिन विदेशों में फलौदी को बड़े-बड़े राजनेता और उद्योगपति जानते है। फलौदी के लोग अमेरिका -चीन में राष्ट्रपति कौन होगा इस पर भी सट्टा खिला चुके है। यहां के लोग डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने और चीनी राष्ट्रपति पर सट्टा खिला चुके है।

जूता पर सट्टा

गांव में जूता फेंककर सीधा गिरेगा या उल्टा उस पर भी सट्टा खेला जाता है। चित गिरा को क्या होगा और पट गिरा तो क्या होगा, बताया जाता है। सट्टा यहां किसी पर भी खेला जाता है।

सांड पर सट्टा

सकड़ पर दो सांड़ जा रहे हो और सटोरिय़ा देख ले तो उस पर सट्टा लगवा सकता है, कौन सांड़ कब लड़ेगा, और लड़ने के बाद कौन जीतेगा। हारने वाला सांड़ किधर भागेगा, इस पर भी सट्टा हो जाता है।

फलोदी पर माता खोड़ियार की कृपा

गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि फलोदी की कुलदेवी खोड़ियार माता हैं, जो बहुत ही सिद्ध हैं, उसकी हम लोग आजीवन पूजा अर्चना करते आ रहे है, वहीं हम लोग सट्टा के लिए सिद्धी प्राप्त करते हैं। यहां जो बात कही जाती है वह अक्षरशः वहीं होता है, जिससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ता है। हमारे पूर्वानुमान में माता की शक्ति है हमारा कुछ नहीं है।