नई दिल्ली। ED (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा धन शोधन के मामले में एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) और यंग इंडियन (वाईआई) की संपत्ति कुर्क किए जाने के बाद लगातार विवाद गहराता जा रहा है। विपक्षी नेता लगातार भाजपा सरकार और जांच एजेंसियों पर हमलावर हो रहे हैं। राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि ED को पता होना चाहिए कि कानून क्या कहता है। शेयरधाकर कभी मालिक नहीं बन सकते हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साध कहा कि जो लोग वॉशिंग मशीन में आए जाएंगे, उनकी संपत्ति बच जाएगी।

प्रॉपर्टी कंपनी की होती है

कपिल सिब्बल ने कहा, ‘ईडी को पता होना चाहिए कि कानून क्या कहता है। ईडी तो वकीलों के इशारे पर चलते हैं। यंग इंडियन का कहना है कि उन्होंने सारे एजेएल के 99 फीसदी शेयर ले लिए है, इसलिए वो एजेएल की 752 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक बन गए। जबकि कानून के आधार पर यह गलत है। अगर मैं किसी कंपनी के शेयर ले लेता हूं तो क्या मैं उस कंपनी का मालिक बन जाऊंगा। शेयरधारक तो शेयरधारक होता है। प्रॉपर्टी कंपनी की होती है। शेयरधारक मालिक नहीं बनते हैं।

कानून के आधार पर गलत

उन्होंने कहा, ‘यह कहना कि एजेएल के यह (यंग इंडियन) मालिक बन गए तो कानून के आधार पर गलत है। दूसरी बात तो यह रही कि न तो यंग इंडियन ने कहा कि घोटाला हुआ और न ही एजेएल ने। तो किसके साथ धोखा हुआ है? किसपर विश्वास का उल्लंघन हुआ? हमें बताएं कि कौन सा कानून कहता है कि शेयरधारक संपत्ति के मालिक बन जाते हैं।’

नेशनल हेराल्ड मामला एक राजनीतिक प्रकरण

वहीं, शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा, ‘चुनाव चल रहे हैं। नेशनल हेराल्ड ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया। भाजपा के नेताओं पर भी कई मामले हैं, लेकिन उनकी संपत्ति जब्त नहीं की जाएगी। जो लोग आपकी (भाजपा) वॉशिंग मशीन में आएंगे, उनकी संपत्ति बच जाएगी। नेशनल हेराल्ड मामला एक राजनीतिक मामला है। आप (भाजपा) हमारी आवाज दबाना चाहते हैं, लेकिन यह आसान नहीं है। यह लड़ाई देश के लोकतंत्र के लिए चल रही है और जारी रहेगी। अंग्रेजों के जमाने में भी ऐसा होता था।’