कांकेर। नक्सलियों के भारी विरोध के बीच छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को दूसरे चरण के मतदान के बाद शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया है। 3 दिसंबर को मतों की गिनती की जाएगी जिसके लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर रही है। नक्सली गतिविधियों को देखते हुए चुनाव आयोग के निर्देश पर बस्तर संभाग में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 3 दिसंबर को सुबह 8 बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतों की गिनती की जाएगी। चुनाव बहिष्कार के लिए तमाम कोशिशों में नाकाम होने के बाद नक्सली अब 8 दिसंबर को पीएलजीए की वर्षगांठ मनाने की तैयारी कर रहे है और क्षेत्र में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं । जिले में नक्सली पीएलजीए सप्ताह मनाने के लिए पर्चे फेंक रहे हैं। वर्षगांठ मनाने के लिए नक्सली लोगों से अपील कर रहे हैं। अभी हाल में खबर आई कि नक्सलियों ने कांकेर के पंखाजुर इलाके में जाकर जनकपुर के चौक में बैनर लगाए और पर्चे फेंके हैं।

दरअसल नक्सली हर साल 2 से 8 दिसंबर तक पीएलजीए की वर्षगांठ मनाते हैं। बता दें कि पीएलजीए यानी पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की इस बार 23वीं वर्षगांठ है। नक्सलियों ने गुरिल्ला युद्ध के लिए साल 2000 में पीएलजीए की स्थापना की थी। इसी खुशी में नक्सली हर साल पीएलजीए की स्थापना दिवस मनाते हैं। नक्सलियों द्वारा फेंके गए पर्चें में लिखा है कि आत्मगत नुकसानों से बचे, दुश्मन के हमले को नाकाम करें। पीएलजीए में बड़ी संख्या में युवती की भर्ती करें। दुश्मन की धोखेबाजी आत्मसमर्पण नीति को ठुकरा दें।