‘इंडिया गठबंधन’ को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिएः निखिल मंडल

नई दिल्ली। कांग्रेस पर तंज कसते हुए निखिल मंडल ने कहा कि पिछले कुछ समय से कांग्रेस पांच राज्यों के चुनावों में व्यस्त रही जिसके वजह से इंडिया गठबंधन पर ध्यान नहीं दे पा रही थी और अब तो कांग्रेस चुनाव लड़ भी चुकी है और नतीजे भी सबके सामने हैं। निखिल मंडल ने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के सूत्रधार हैं और वही इस नैया को पार करा सकते हैं।

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को लेकर अब जनता दल यूनाइटेड ने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। जेडीयू के प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला है और कहा कि अब ‘इंडिया गठबंधन’ को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिए।

आज राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनावों नतीजे घोषित हो रहे हैं। इनमें से तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनाती हुई दिख रही है। जबकि तेलंगाना में कांग्रेस ने बीआरएस को पटखनी दी है। छत्तीसगढ़ के नतीजे सबसे ज्यादा चौंकाने वाले हैं, क्योंकि ज्यादातर प्री-पोल और एग्जिट पोल सर्वे में यहां कांग्रेस की वापसी की संभावना जताई गई थी। लेकिन वास्तविक नतीजे अब सबके सामने हैं।

खड़गे ने 6 दिसंबर को दिल्ली में बुलाई ‘इंडिया गठबंधन’ की बैठक

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव परिणाम वाले दिन ही विपक्षी दलों के नेताओं से फोन के जरिए संपर्क किया और 6 दिसंबर को नई दिल्ली में ‘इंडिया गठबंधन’ की अगली बैठक के लिए उन्हें आमंत्रित किया। यह बैठक राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हुए चुनाव के नतीजे आने के कुछ दिन बाद होगी। इसलिए, विपक्षी गठबंधन की अगली बैठक महत्वपूर्ण है, क्योंकि 3 दिसंबर के नतीजे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के परिणाम के बारे में संकेत भी दे रहे हैं।

उद्धव की मेजबानी में मुंबई में हुई थी इंडिया ब्लॉक की पिछली बैठक

‘इंडिया’ यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस कांग्रेस के नेतृत्व वाले बड़े-बड़े क्षेत्रीय राजनीतिक दलों का गठबंधन है। इसका गठन 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से मुकाबला करने के लिए किया गया था। इसका गठन जुलाई 2023 में बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों की बैठक के दौरान किया गया था। पिछली विपक्षी बैठक की मेजबानी शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने की थी और इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पांच राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित थे।