कवर्धा। कवर्धा नगर पालिका के अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कवर्धा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना इस्तीफा मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सौंप दिया। अंदरखाते यह खबर आ रही है कि नगर पालिका कवर्धा में अधिकांश कांग्रेसी पार्षदों के विरोध में चले जाने और बार-बार की शिकायतों तथा बदली हुई परिस्थितियों को देखते हुए ऋषि शर्मा ने कुर्सी छोड़ दी है। अब जल्द ही नए अध्यक्ष पद का चुनाव होगा और बहुमत के चलते कांग्रेस पार्षद के ही नगर पालिका अध्यक्ष बनने की बात कही जा रही है।

मोहम्मद अकबर को यहां से मिली करारी हार

कवर्धा में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद अकबर को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसे देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नगर पालिका अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना त्याग पत्र मुख्य नगर पालिका अधिकारी नरेश वर्मा को सौंप दिया। बता दें कि कवर्धा नगर पालिका में 19 कांग्रेस पार्षद, भाजपा से 6 पार्षद और 1 निर्दलीय पार्षद हैं।

अकबर ने ही बनाया था पालिका अध्यक्ष

नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा पूर्व मंत्री मो. अकबर के काफी करीबी माने जाते हैं और मंत्री मो. अकबर ने ही उन्हें पार्षद दल का नेता चुना और कवर्धा नगर पालिका का अध्यक्ष बनाया। वहीं पत्रकारों से चर्चा करते हुए ऋषि शर्मा ने कहा कि प्रदेश में विधामसभा चुनाव हुए, जिसमें भाजपा को बहुमत मिला। और कवर्धा शहर में 42 बूथ हैं, इसमें 35 बूथों में कांग्रेस को करारी हार मिली है। मैं नगर पालिका का अध्यक्ष होने के नाते शहर में हुई हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देता हूं। शर्मा ने कहा, कवर्धा की जनता की 4 साल तक सेवा करने का मौका मिला। आगे भी जनता के हित के लिए काम करता रहूंगा। कवर्धा नगर पालिका के जो भी अध्यक्ष होंगे, उनसे गुजारिश है कि जैसे शहर का 4 सालों में विकास हुआ है, वैसा ही चलता रहे।

अपनों का ही विरोध झेल रहे थे शर्मा

दरअसल कवर्धा नगर पालिका में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। आरोप है कि निगम के निर्माण कार्यों में भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा था। अध्यक्ष ऋषि शर्मा पर मनमानी और चाहते ठेकेदारों को काम दिए जाने की शिकायत कांग्रेस के पार्षदों ने खुद मंत्री मोहम्मद अकबर से मिलकर की थी। बताया जाता है कि पार्षदों के बीच अध्यक्ष के विरोध को देखते हुए चुनाव के ठीक पहले पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने छिरहा, कवर्धा में पार्टी के राजीव भवन में देर शाम अध्यक्ष ऋषि शर्मा और समस्त पार्षदों की बैठक कराई और इनके बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया।

कवर्धा में क्षेत्रीय राजनीति के जानकर बताते हैं कि वर्तमान में प्रदेश में सत्ता का परिवर्तन हो चुका है। कवर्धा जिले के ही पांडातराई नगर पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव के जरिये कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष को कुर्सी से हटाया जा चुका है। ऐसे में कवर्धा नगर पालिका अध्यक्ष को भी अपनी कुर्सी हिलती हुई नजर आ रही है। कहीं उनके खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव न आ जाये, कहीं उनके अधीन हुए कार्यों की जांच न हो जाये। इस आशंका के चलते ऋषि शर्मा ने कांग्रेस की हार का बहाना बनाया और पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी फोरम में अपनी बात रखने की बजाय सीधे नगर पालिका के CEO को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस संबंध में ऋषि शर्मा से उनका कथन लेने का प्रयास किया गया, मगर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।