रायपुर। पिछले विधानसभा चुनाव में 78 सीटें जीत कर पूर्ण बहुमत के साथ प्रदेश में सरकार बनाने में सफल रही कांग्रेस को इस बार के चुनाव में भाजपा के हाथों करारी हार मिली है। भाजपा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरी कांग्रेस महज 35 सीटों पर सिमट कर रह गई है। वहीं 54 सीटें जीत कर भाजपा ने छत्तीसगढ़ की सियासत में पुनः वापसी कर ली है। भाजपा की जीत से पूरे प्रदेश में उत्साह का माहौल है वहीं कांग्रेस में हार के कारणों के लिए समीक्षा जारी है।

कांग्रेस पार्टी ने भले ही अपने नेताओं को सार्वजनिक बयानबाजी और बड़े नेताओ के पर टीका-टिप्पणी नहीं करने की नसीहत दी हो लेकिन इस नसीहत का पूर्व विधायक और सरगुजा के नेता बृहस्पत सिंह पर असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह लगातार प्रदेश की प्रभारी कुमारी शैलजा और पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर हमलावर है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से शोकॉज नोटिस जारी किया गया था।

वही अब इस नोटिस के जवाब में उन्होंने एक बार फिर से कुमारी शैलजा और टीएस सिंहदेव पर प्रहार किया है। उन्होंने दोनों नेताओ को हार का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि टीएस सिंहदेव का इस्तीफा देना और फिर चार पन्नों का पत्र जारी करना पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। इस दौरान सिंहदेव लगातार सरकार के खिलाफ बयान दे रहे थे। लेकिन इन चीजों की जानकारी कुमारी शैलजा ने हाईकमान को नहीं दी। इन्ही वजहों से पार्टी की प्रदेश में हार हुई।