नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस से राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को शीतकालीन सत्र के शेष हिस्से के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। डेरेक ओब्रायन को राज्यसभा से पूरे शीत कालीन सत्र के लिए ‘निंदनीय आचार’ के कारण सस्पेंड किया गया है। निलंबित किए जाने के बाद संसद परिसर में मौन विरोध प्रदर्शन किया।

राज्यसभा के सभापति के अनुसार, “डेरेक ओब्रायन सदन की वेल में घुस गए थे और वहां नारेबाज़ी की और सदन की कार्यवाही में बाधा डाली।” बुधवार को लोकसभा की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक को लेकर सदन में विपक्ष की पार्टियां सवाल पूछ रही थीं। शोर-शराबा और हंगामा बढ़ता देख सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन को गुरुवार सुबह कार्यवाही के दौरान “अपमानजनक कदाचार” और “सभापति की अवज्ञा” करने के लिए संसद के शेष शीतकालीन सत्र में भाग लेने से निलंबित कर दिया गया है। निलंबित किए जाने के बाद संसद परिसर में मौन विरोध प्रदर्शन किया।

निलंबन के बाद भी नहीं उठे ओ’ब्रायन

निलंबन के बावजूद ओ’ब्रायन के सदन में बैठने के बाद, सदन के नेता पीयूष गोयल ने इस मुद्दे को राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति को भेजने के लिए नियम 192 के तहत एक प्रस्ताव पेश किया। इसे सभापति ने तुरंत स्वीकार कर लिया और ध्वनि मत से पारित कर दिया।

धनखड़ ने कहा, “प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है। मामला जांच, जांच और तीन महीने की अवधि के भीतर रिपोर्ट के लिए राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है। “उन्होंने फिर से ओ’ब्रायन से सदन छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन वह नहीं माने। विपक्षी सदस्यों का विरोध जारी रहा और हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।