नारायणपुर। बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित क्षेत्र नारायणपुर जिले में कुकड़ाझोर गांव में एक किसान ने आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि किसान कर्ज से परेशान थाऔर इसी परेशानी के चलते किसान ने आत्महत्या कर ली। किसान के आत्महत्या के बाद छत्तीसगढ़ में एक बार फिर राजनीतिक गरमा गई है। भाजपा से करारी हार के बाद कांग्रेस अब विपक्ष की भूमिका में है। किसान के आत्महत्या के बाद छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस को बड़ा मुद्दा मिल गया है। प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने नारायणपुर में किसान द्वारा किए गए आत्महत्या पर ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘फिर वही दौर लौट आया है, किसानों की चीख़ का शोर लौट आया है।

दल असल उक्त किसान को कर्ज की वसूली के लिए 1 लाख 24 हजार रूपये का नोटिस मिला था, जिसके बाद किसान ने ये कदम उठाया है। मृतक किसान के बेटे की शादी होने वाली थी जिससे उसको फसल से काफी उम्मीदें थी। लेकिन, धान की फसल ने साथ नहीं दिया। फसल चौपट होने से किसान पर कर्ज का बोझ बढ़ गया। साथ ही उसके बेटे की शादी का सपना भी टूट गया। बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने कर्जमाफी की बात कही थी। ऐसे में किसानों को नई सरकार से काफी उम्मीदे हैं। वहीं, अब किसान द्वारा कर्जा के बोझ से आत्महत्या करने के मामले ने विपक्ष को सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया है। अब देखना होगी की बीजेपी की सरकार अपने वादे पर कितना खरा उतरती है या फिर पूर्व सीएम के ट्वीट के मुताबिक, किसानों की चीख प्रदेश में सुनने मिलेगी।