तेल अवीव। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार शाम इजराइल के प्राइम मिनिस्टर बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की। मोदी ने नेतन्याहू से कहा कि भारत अरब वर्ल्ड में जल्द अमन बहाली चाहता है।

इस बातचीत के मायने इसलिए अहम हो जाते हैं, क्योंकि कुछ दिन पहले भारत ने सीजफायर के पक्ष में वोट किया था। ये एक लिहाज से इजराइल के खिलाफ जाना था। इजराइल सीजफायर के पक्ष में नहीं है।

बातचीत के बाद मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा- इजराइली प्रधानमंत्री से अच्छी बातचीत हुई। हमने समुद्री सुरक्षा पर भी विचार किया। मैंने उन्हें अरब वर्ल्ड में अमन और मानवीय मदद के बारे में भारत का नजरिया बताया।

हमास बंधकों का वीडियो रिलीज

हमास ने सोमवार को 3 इजराइली बंधकों का एक वीडियो रिलीज किया। तीनों बंधक की उम्र 80 साल के करीब है। वीडियो में उन्होंने कहा- हमें यहां से आजाद कराया जाए, चाहे इसके लिए कितनी ही कीमत चुकानी पड़े। हम यहां और बूढ़े नहीं होना चाहते। न ही हम इजराइली सेना के हमलों में मरना चाहते हैं। हमें यहां बहुत ही मुश्किल हालातों में रहना पड़ रहा है।

दूसरी तरफ, जंग में सीजफायर की मांग के बीच आज UN सिक्योरिटी काउंसिल में एक बार फिर सीजफायर के लिए वोटिंग होगी। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, ये पहले सोमवार को होने वाली थी, लेकिन सदस्य देशों को डर था कि अमेरिका फिर वीटो लगा देगा।

इस बीच कई देशों के डिप्लोमैट्स मिलकर अमेरिका को सीजफायर के पक्ष में वोट डालने या फिर वोटिंग से दूर रहने के लिए मनाने में जुटे हैं। UNSC में इस प्रस्ताव को अरब देशों ने पेश किया है।

अमेरिका बोला- जंग के अगले फेज में बढ़े इजराइल
इजराइल पहुंचे अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बैठक में इजराइली नेताओं से जंग को अगले फेज में ले जाने की बात कही है। ऑस्टिन ने कहा कि वो इजराइल को जंग की टाइमलाइन या शर्तें बताने नहीं आए हैं।

इससे पहले ऑस्टिन सोमवार को इजराइल पहुंचे थे। उन्होंने इजराइल के डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट से मुलाकात की। बाद में जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- अमेरिका हमेशा इजराइल के साथ खड़ा है। ऑस्टिन ने कुछ दिन पहले कहा था कि अमेरिका के लिए यह जरूरी है कि वो इजराइल का साथ दे, क्योंकि इजराइल मिडिल ईस्ट और यूरोप में एक साथ अमेरिका का सहयोगी रहा है।

लाल सागर में हूतियों से निपटने के लिए स्पेशल फोर्स बनी
अमेरिका अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर लाल सागर में हूती विद्रोहियों से जहाजों की रक्षा के लिए एक स्पेशल फोर्स बना रहा है। इसे ऑपरेशन प्रॉस्पेरेटी गार्डियन नाम दिया गया है।

इसमें ब्रिटेन, बहरीन, कनाडा, फ्रांस, इटली और स्पेन सहित 10 देशों को जोड़ा गया है। इनमें से कुछ देश समुद्र में पैट्रोलिंग का काम करेंगे, तो वहीं बाकी देश हूतियों के खिलाफ इंटेलिजेंस जुटाएंगे।

नेतन्याहू के मिनिस्टर ने इस्तीफे की धमकी दी
इजराइल पर सीजफायर के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच इजराइल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर एतमार गिविर ने नेतन्याहू को इस्तीफे की धमकी दी है। कट्टरपंथी यहूदी नेता गिविर ने कहा- न तो हमास के खिलाफ जंग रुकनी चाहिए और न हमारी सेना की कार्रवाई कमजोर पड़नी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो मैं सरकार में नहीं रहूंगा।

गिविर ने आगे कहा- गाजा में 200 टैंकर फ्यूल नहीं भेजा जा सकता। वहां कोई पैसा भी नहीं भेजा जाना चाहिए। हमास बंधकों की रिहाई के लिए सख्त शर्तें रख रहा है। नेतन्याहू को मेरे बताए रास्ते पर चलना चाहिए। हमास को कोई मौका नहीं दिया जाना चाहिए। वो हमारे देश पर अब भी रॉकेट दाग रहे हैं।

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